Nvidia का मार्केट कैप 4 ट्रिलियन डॉलर के पार पहुंच गया। यह किसी भी चिप बनाने वाली कंपनी के लिए अब तक का सबसे बड़ा रिकॉर्ड है।
Nvidia Market : Nvidia ने टेक्नोलॉजी की दुनिया में एक और ऐतिहासिक मुकाम हासिल कर लिया है। बुधवार को कंपनी के शेयरों में जबरदस्त उछाल देखा गया, जिसके चलते कुछ समय के लिए Nvidia का मार्केट कैप 4 ट्रिलियन डॉलर के पार पहुंच गया। यह किसी भी चिप बनाने वाली कंपनी के लिए अब तक का सबसे बड़ा रिकॉर्ड है। हालांकि, दिन के अंत में Nvidia के शेयरों में 1.8% की बढ़त रही और बाजार बंद होने पर कंपनी की वैल्यू 3.97 ट्रिलियन डॉलर रही लेकिन फिर भी यह मील का पत्थर काफी मायने रखता है।
Microsoft और Apple को पीछे छोड़ा
Nvidia अब दुनिया की सबसे मूल्यवान टेक कंपनी बन चुकी है। इतना ही नहीं Nvidia ने Microsoft और Apple को भी पीछे छोड़ दिया है। दिलचस्प बात यह है कि Microsoft खुद Nvidia का एक बड़ा कस्टमर है और उसके AI प्रोजेक्ट्स के लिए Nvidia के हार्डवेयर का इस्तेमाल करता है।
1993 में हुई थी शुरुआत
Nvidia की स्थापना 1993 में कैलिफोर्निया में की गई थी। तब से अब तक यह कंपनी चिपसेट डिजाइन और ग्राफिक्स कार्ड्स के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव लेकर आई है। 2024 फरवरी में कंपनी ने 2 ट्रिलियन डॉलर का आंकड़ा पार किया था और जून 2024 में 3 ट्रिलियन डॉलर का और अब 4 ट्रिलियन डॉलर के क्लब में भी शामिल हो गई। यह मुकाम किसी भी सेमीकंडक्टर कंपनी के लिए पहली बार है।
AI की मांग बनी सफलता की चाबी
Nvidia की इस जबरदस्त ग्रोथ के पीछे सबसे बड़ा कारण है AI के प्रति लोगों में बढ़ता क्रेज। जब से 2022 दिसंबर में ChatGPT लॉन्च हुआ है, तब से AI का इस्तेमाल तेजी से बढ़ा है। Nvidia वही कंपनी है जो ऐसे ग्राफिक्स प्रोसेसिंग यूनिट्स (GPUs) बनाती है जो AI मॉडल्स को ट्रेन और रन करने के लिए जरूरी होते हैं। AI इंडस्ट्री में इसकी चिप्स की मांग बहुत ज्यादा है।
शेयरों में रिकॉर्ड तोड़ बढ़त
पिछले 5 सालों में Nvidia के शेयर 15 गुना बढ़ चुके हैं। पिछले एक महीने में ही इसके शेयर में 15% की तेजी आई है। 2025 की शुरुआत से अब तक इसमें 22% का उछाल आ चुका है। इससे इन्वेस्टरों का भरोसा और मजबूत हुआ है। हालांकि, सब कुछ आसान नहीं रहा है। अमेरिका और चीन के बीच बढ़ते तनाव और चिप एक्सपोर्ट पर लगे प्रतिबंधों की वजह से Nvidia को चीन के कारोबार में नुकसान झेलना पड़ा है।
चीन का मार्केट कंपनी के लिए लगभग बंद
मई में कंपनी ने बताया था कि चीन के लिए खासतौर पर बनाए गए H20 चिप्स पर बैन लगने से उसे करीब 8 बिलियन डॉलर का नुकसान हो सकता है। कंपनी के CEO जेंसन हुआंग ने भी माना कि अब चीन का 50 बिलियन डॉलर का मार्केट अमेरिकी कंपनियों के लिए लगभग बंद हो गया है।
फिर भी बनी टेक्नोलॉजी की महारथी
इन चुनौतियों के बावजूद Nvidia ने अपने कोर सेक्टर AI, डेटा सेंटर और हाई-परफॉर्मेंस कंप्यूटिंग में खुद को लीडर साबित किया है। यही कारण है कि आज Nvidia न केवल टेक इंडस्ट्री की बल्कि ग्लोबल इकॉनमी की भी सबसे चर्चित कंपनियों में शुमार हो चुकी है।