ऑनलाइन स्कैम की बढ़ती संख्या लोगों के साथ-साथ सरकार के लिए भी सिरदर्द बन गई है। इन्हें रोकने के लिए DOT और WhatsApp ने साझेदारी की है।
Online Fraud: ऑनलाइन फ्रॉड और स्पैम मैसेज लोगों के लिए बड़ा सिरदर्द बन गए हैं, जिससे उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। इस समस्या को हल करने के लिए सरकार के DoT ने WhatsApp के साथ साझेदारी कर ली है। अब दोनों मिलकर इन्हीं फ्रॉड से बचने के लिए एक कैंपेन लॉन्च करेंगे, जिसका मकसद लोगों को फ्रॉड मैसेज की पहचान करने और उन्हें रिपोर्ट करने के तरीके सिखाना है।
साइबर क्राइम पर लगेगी लगाम
सरकार और WhatsApp की इस साझेदारी से साइबर क्राइम रोकने में काफी मदद मिलेगी। WhatsApp Meta के सिक्योरिटी इनिशिएटिव Stay Safe from Scams को और आगे बढ़ाएगा। इसके तहत, WhatsApp सरकार के डिजिटल इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म से डेटा लेगा। यह प्लेटफॉर्म बैंकों, सरकारी एजेंसियों और करीब 550 दूसरे पार्टनर्स के साथ रियल-टाइम में इंटेलिजेंस शेयर करता है। इसकी मदद से टेलीकॉम रिसोर्सेज के दुरुपयोग को पहचानने और रोकने में आसानी होगी।
WhatsApp के जरिए साइबर क्राइम का खतरा
हाल के समय में भारत में साइबर क्राइम की घटनाएं तेजी से बढ़ी हैं। ये क्राइम डेटा चोरी और आर्थिक नुकसान का कारण बन रहे हैं। साइबर अपराधी अब WhatsApp का इस्तेमाल करके डिजिटल अरेस्ट स्कैम जैसे नए तरीकों को अपनाकर लोगों को ठग रहे हैं। क्रिमिनल्स ऑडियो और वीडियो कॉल के जरिए लोगों को डराकर या उन्हें गुमराह कर उनसे पैसे ऐंठने की कोशिश करते हैं।
अब, दूरसंचार विभाग और WhatsApp के बीच हुई पार्टनरशिप के बाद उम्मीद है कि ऐसे साइबर क्राइम पर लगाम लगाई जा सकेगी। लोगों को सुरक्षित रखने और फ्रॉड से बचाने के लिए यह एक इम्पोर्टेंट कदम साबित हो सकता है।
साइबर फ्रॉड से बचने के आसान तरीके
- सोशल मीडिया पर दिखने वाले आकर्षक विज्ञापनों और बड़े ऑफर्स के जाल में न फंसें। इनमें से कई फ्रॉड हो सकते हैं।
- अगर किसी अजनबी का मैसेज या ईमेल आता है, जिसमें लिंक दिया गया हो, तो उस पर क्लिक न करें।
- पर्सनल डिटेल्स, बैंक अकाउंट की जानकारी या OTP जैसी संवेदनशील जानकारी किसी भी अनजान व्यक्ति के साथ शेयर न करें।
- मजबूत पासवर्ड बनाएं और मल्टी-फैक्टर ऑथेंटिकेशन को एक्टिवेट करें। इससे आपका अकाउंट ज्यादा सुरक्षित रहेगा।
- अगर आप किसी साइबर क्राइम के शिकार हो जाते हैं, तो तुरंत कानूनी एजेंसियों से संपर्क करें। जल्दी रिपोर्ट करने से आपका नुकसान कम हो सकता है।