सुप्रीम कोर्ट ने आज भारत में WhatsApp बैन को लेकर एक फैसला सुनाया है, जिसे जानकर हर कोई शॉक्ड है।
Supreme Court on WhatsApp : WhatsApp को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने आज अपना ऐसा फैसला सुनाया है जिसे जानकर हर कोई शॉक्ड हो जाएगा। दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने आज उस जनहित याचिका को खारिज कर दिया, जिसमें भारत में WhatsApp पर बैन लगाने की मांग की गई थी। यानी की WhatsApp भारत में पहले की तरह काम करता रहेगा। सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के बाद अब WhatsApp यूजर्स को चिंता करने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
HC ने भी रद्द की थी याचिका
जनहित याचिका में कहा गया था कि देश में कानूनी अधिकारियों के आदेशों का उल्लंघन के आरोप में WhatsApp पर बैन लगाया जाना चाहिए। इसके लिए याचिका में केंद्र सरकार को निर्देश देने की मांग की गई थी। यह याचिका सुप्रीम कोर्ट में खारिज कर दी गई।
लाइव लॉ ने बताया कि याचिकाकर्ता के वकील ने जस्टिस एमएम सुंदरेश और अरविंद कुमार की पीठ के सामने तर्क दिया था कि हाईकोर्ट में ये मामला इसलिए खारिज कर दिया गया क्योंकि जनहित याचिका ”बहुत जल्दबाजी में’ दायर की गई थी। इस वजह से पीठ ने बिना किसी सुनवाई के याचिका खारिज कर दी।
आपको बता दें कि याचिकाकर्ता ओमनकुट्टन केजी एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं। उन्होंने इससे पहले केरल हाईकोर्ट में WhatsApp पर बैन लगाने की मांग की थी। उनका आरोप है कि यह सूचना प्रौद्योगिकी नियम, 2021 के अनुसार काम नहीं करता है। इसके अलावा उन्होंने यह भी दावा किया कि यूजर के एंड पर मैनिपुलेशन किया जा सकता है। ऐसे में ऐप पर भेजे गए मैसेज के सोर्स का पता लगाना संभव नहीं है।
WhatsApp पर लगाए गए गंभीर आरोप
कंपनी पर आईटी नियमों का पालन करने से इनकार करने का भी आरोप था। WhatsApp ने सूचना प्रौद्योगिकी नियम, 2021 के नियम 4(2) के तहत दिए गए “ट्रेसेबिलिटी” क्लॉज को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी। WhatsApp ने इसे केएस पुट्टुस्वामी बनाम भारत संघ के फैसले में दिए गए व्यक्ति के गोपनीयता के अधिकार का उल्लंघन बताते हुए चुनौती दी थी।
याचिकाकर्ता ने यह भी दावा किया कि WhatsApp की अपडेटेड पॉलिसी में साफ तौर पर कहा गया है कि कंपनी यूजर्स के निजी डेटा को स्टोर करेगी। इसे एक्सेस करेगी और इसका इस्तेमाल भी करेगी। इसमें यूजर के मोबाइल में बैटरी की स्थिति भी शामिल है। यह यूजर्स के प्राइवेसी के अधिकार का गंभीर उल्लंघन है। इसके अलावा उन्होंने दावा किया कि ऐप में सुरक्षा की कमी है और यह कई बार बग से भी प्रभावित हुआ है।