Ashwini Vaishnaw Semiconductor: केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा है कि जिस तरह पिछली सदी में स्टील ने औद्योगिक विकास की नींव रखी थी उसी तरह 21वीं सदी में सेमीकंडक्टर भविष्य की दिशा तय करेंगे। उन्होंने साफ कहा कि सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री भारत की आने वाली औद्योगिक क्रांति का आधार बनेगी और इससे लाखों नए रोजगार पैदा होंगे। यह क्षेत्र ऑटोमोबाइल, कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स, टेलीकॉम और डिफेंस जैसे सेक्टर्स को नई रफ्तार देगा।
भारत में सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री तेजी से बढ़ रही है। मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि यह 21वीं सदी का स्टील है, जो ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक्स और AI जैसे क्षेत्रों को नई दिशा देगा।
निवेशकों का भारत पर भरोसा
मंत्री ने कहा कि आज दुनिया की बड़ी टेक कंपनियों का भरोसा भारत पर बढ़ रहा है। इसकी वजह है स्थिर नीतियां, मजबूत डिजाइन क्षमता, प्रतिभाशाली युवाओं की बड़ी संख्या और बौद्धिक संपदा अधिकारों की अच्छी साख। यही कारण है कि कई वैश्विक मैन्युफैक्चरर्स भारत में अपनी फैक्ट्रियां लगाने की ओर कदम बढ़ा रहे हैं। सरकार केवल चिप बनाने तक सीमित नहीं है बल्कि पूरे इकोसिस्टम को विकसित करने पर काम कर रही है। इसमें केमिकल्स, गैस और प्रिसिजन इक्विपमेंट जैसे अहम क्षेत्र भी शामिल हैं।
GST सुधार और अर्थव्यवस्था पर असर
वैष्णव ने हाल ही में हुई GST दरों में कटौती को मिडिल क्लास के लिए बड़ा फायदा बताया। उन्होंने कहा कि टैक्स रिफॉर्म्स और आयकर में राहत से लोगों की बचत बढ़ेगी और आने वाले महीनों में 10% तक खपत बढ़ने की उम्मीद है। इससे भारत की 330 लाख करोड़ रुपये की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी और मांग में इजाफा होगा।
IT सेक्टर और नौकरियों की सुरक्षा
अमेरिका में बढ़ती एंटी आउटसोर्सिंग भावना पर मंत्री ने कहा कि भारत लगातार विदेशी सरकारों और कंपनियों से बातचीत कर रहा है ताकि भारतीय IT सेक्टर को नुकसान न पहुंचे। उन्होंने बताया कि आज भी IT सर्विसेज का निर्यात मजबूत है और भारत इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग और एक्सपोर्ट में भी तेजी से आगे बढ़ रहा है
सेमीकंडक्टर मिशन 2.0
भारत में इस समय 10 एक्टिव सेमीकंडक्टर प्रोजेक्ट्स पर काम हो रहा है जिनकी कुल वैल्यू करीब 18 बिलियन डॉलर है। इनमें से पांच प्रोजेक्ट निर्माणाधीन हैं। वैष्णव ने कहा कि सरकार का फोकस है कि लंबे समय तक टिकाऊ India Semiconductor Mission (ISM 2.0) के जरिए फैब्स की मांग पूरी हो, उपकरण निर्माण को बढ़ावा मिले और नया टैलेंट तैयार हो। हाल ही में ASML जैसी दिग्गज कंपनी का भारत आना इस भरोसे की पुष्टि करता है।
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AI और GPU मिशन
वैष्णव ने बताया कि भारत का AI मिशन तेजी से प्रगति कर रहा है। अभी 40,000 GPUs डेवलपर्स को उपलब्ध कराए जा सकते हैं। इसके अलावा भारतीय भाषाओं पर बेस्ड बड़े लैंग्वेज मॉडल्स पर काम हो रहा है। ‘सर्वम’ इस दिशा में पहला बड़ा मॉडल हो सकता है। मंत्री ने कहा कि भारत की रणनीति है कि टेक्नोलॉजी और कानून को साथ लेकर सुरक्षित AI उपयोग सुनिश्चित किया जाए
गेमिंग और ई-स्पोर्ट्स
रियल मनी गेमिंग पर बात करते हुए मंत्री ने कहा कि सरकार ई-स्पोर्ट्स और सोशल गेमिंग को बढ़ावा देना चाहती है ताकि मिडिल क्लास को आर्थिक नुकसान से बचाया जा सके। इसके लिए उद्योग से बातचीत जारी है।
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विनिर्माण और डेटा सुरक्षा
वैष्णव ने माना कि GDP में मैन्युफैक्चरिंग का हिस्सा अभी 15% पर स्थिर है लेकिन सरकार का ध्यान अब डिजाइन, फिनिश्ड प्रोडक्ट्स और इक्विपमेंट निर्माण पर है। उन्होंने टेलीकॉम, स्मार्टफोन और इलेक्ट्रॉनिक्स एक्सपोर्ट को प्रगति का सबूत बताया। साथ ही उन्होंने कहा कि डिजिटल पर्सनल डेटा प्रोटेक्शन एक्ट का ड्राफ्ट लगभग तैयार है और जल्द लागू होगा।