Starlink को टक्कर देने आ रहा IRIS², क्या है खासियत

7 mins read
1.2K views
European agency
December 19, 2024

IRIS² SpaceRISE के साथ साझेदारी में विकसित प्रमुख यूरोपीय सैटेलाइट ऑपरेटरों और स्पेस कंपनियों का गठबंधन है।

European agency IRIS² : यूरोपीय संघ ने हाल ही में ऐलान किया है कि उसने ‘इन्फ्रास्ट्रक्चर फॉर रेजिलिएंस, इंटरकनेक्टिविटी एंड सिक्योरिटी बाय सैटेलाइट’ के लिए कॉन्ट्रैक्ट पर हस्ताक्षर किए हैं, जो 290 उपग्रहों का एक बहु-कक्षीय समूह है। IRIS² SpaceRISE के साथ साझेदारी में विकसित प्रमुख यूरोपीय सैटेलाइट ऑपरेटरों और स्पेस कंपनियों का गठबंधन है। यह SpaceX की Starlink इंटरनेट सेवा के लिए एक गंभीर खतरा पैदा कर सकता है, जो अभी दुनिया भर के 100 से अधिक देशों और क्षेत्रों में उपलब्ध है।

Starlink के मुकाबले कैसा है IRIS

IRIS² यूरोपीय संघ की तीसरी प्रमुख परियोजना है, जिसका उद्देश्य सरकारों, कंपनियों और आम जनता को कनेक्टिविटी सेवाएं प्रदान करना है। ‘यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी’ के अनुसार, IRIS² मीडियम अर्थ ऑर्बिट और लो अर्थ ऑर्बिट दोनों उपग्रहों का उपयोग करके उन स्थानों पर सेफ कनेक्टिविटी और हाई-स्पीड ब्रॉडबैंड प्रदान करेगा जहां अभी इंटरनेट की पहुंच बहुत कम या बिलकुल नहीं है।

एजेंसी ने कहा कि Starlink जैसे हजारों उपग्रहों को तैनात करने के बजाय इसके आपस में जुड़े उपग्रह हजारों उपग्रहों के बिना सुरक्षित हाई-स्पीड इंटरनेट कनेक्टिविटी प्रदान करने में मदद करेंगे। इसके आपस में जुड़े उपग्रहों में निचली और मध्यम पृथ्वी कक्षाओं में 264 और 18 उपग्रह शामिल होंगे।

यूरोपीय स्पेस एजेंसी की IRIS² इंटरनेट उपग्रह सेवा Starlink की तुलना में छोटी लग सकती है, क्योंकि Starlink ने पहले ही 7,000 से अधिक निम्न-पृथ्वी उपग्रहों को तैनात कर दिया है। यह ध्यान रखना काफी इम्पोर्टेंट है कि IRIS² की योजना केवल यूरोप को कवर करने की है।

IRIS² का यूज क्यों किया जाएगा

  • यूरोपीय स्पेस एजेंसी का कहना है कि IRIS² सीमा और समुद्री निगरानी, ​​संकट प्रबंधन, कनेक्टिविटी और प्रमुख बुनियादी ढांचे की सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित करते हुए सरकारी अनुप्रयोगों की एक विस्तृत श्रृंखला का समर्थन करेगा।
  • इस प्रणाली का उपयोग समुद्री, रेलवे, विमान, ऑटोमोटिव, स्मार्ट ऊर्जा ग्रिड प्रबंधन, बैंकिंग, विदेशी औद्योगिक गतिविधियों, दूरस्थ स्वास्थ्य सेवा और ग्रामीण कनेक्टिविटी को बढ़ाने के लिए भी किया जा सकता है।
  • आम जनता के यूज के लिए IRIS² मोबाइल और फिक्स्ड ब्रॉडबैंड सैटेलाइट एक्सेस, क्लाउड-आधारित सेवाएं भी देगा। इसका उपयोग परिवहन क्षेत्र में बिना या कम कनेक्टिविटी वाले क्षेत्रों में नेविगेट करने के लिए भी किया जा सकता है।
  • 12 रियायत अनुबंधों की पूरी अवधि के लिए कुल लागत 6 बिलियन है, जो लगभग 11 बिलियन है। इसके पहला लॉन्च 2029 के आसपास होने की उम्मीद है।

Ragini Sinha

5 साल के अनुभव के साथ मैंने मीडिया जगत में कंटेट राइटर, सीनियर कंटेंट राइटर, मीडिया एनालिस्ट और प्रोग्राम प्रोड्यूसर के तौर पर काम किया है। बिहार चुनाव और दिल्ली चुनाव को मैंने कवर किया है। अपने काम को लेकर मुझे पुरस्कार से सम्मानित भी किया जा चुका है। काम को जल्दी सीखने की कला मुझे औरों से अलग बनाती है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.

ChatGPT
Previous Story

इस नंबर पर कॉल करते ही ChatGPT से होगी बात!

Elon Musk
Next Story

OMG Hashtag हो रहा बंद? मस्क ने किया इशारा

Latest from Latest news

Suri: The Seventh Not का PS5 ट्रेलर हुआ रिलीज, देखें मजेदार Video

Suri: The Seventh Not का PS5 ट्रेलर हुआ रिलीज, देखें मजेदार Video

Suri, The Seventh Note : बेंगलुरु के Tathvamasi Studios ने अपने अपकमिंग गेम Suri: The Seventh Note का पहला गेमप्ले ट्रेलर रिलीज किया है। यह गेम PS5 और PC पर आएगा और इसे Sony के India Hero Project के तहत डेवलप किया जा रहा है जो चुनिंदा भारतीय डेवलपर्स को सपोर्ट करता है।  इंडिया हेरो प्रोजेक्ट के तहत Sony द्वारा समर्थित Made-in-India गेम Suri: The Seventh Note का पहला गेमप्ले ट्रेलर रिलीज।  क्या है गेम की कहानी  गेम का सेटिंग काल्पनिक द्वीप Suri है। मुख्य किरदार Ajira अपनी मां के इलाज के लिए एक दुर्लभ फल खोजने निकलती है। द्वीप पर अजीब संगीत आधारित भ्रष्टाचार फैल गया है जो पर्यावरण और जीव–जंतुओं की गतिविधियों को बदल देता है।  गेमप्ले का तरीका  इस गेम की खासियत इसका रिदम बेस्ड गेमप्ले है। खिलाड़ी को Ajira को नियंत्रित करते हुए सही समय पर चलना, कूदना और लड़ाई करनी होती है। गेम में पारंपरिक कॉम्बैट या एक्सप्लोरेशन के बजाय प्लेटफॉर्मिंग और रिदम मैकेनिक्स पर ध्यान दिया गया है। द्वीप का वातावरण और दुश्मन संगीत की धुनों के अनुसार प्रतिक्रिया देते हैं।  PS5 के स्पेशल फीचर्स  PS5 वर्सन में Rhythm Haptics Engine नामक फीचर मिलेगा। यह ध्वनि, विजुअल्स और कंट्रोलर वाइब्रेशन को जोड़कर खिलाड़ी को संगीत का अनुभव महसूस कराता है। DualSense कंट्रोलर की हॅप्टिक्स तकनीक का इस्तेमाल करके टोन या इंटेंसिटी में बदलाव को संकेत के रूप में दिखाया जाएगा। इससे खिलाड़ी को गेम की हर धुन और इंटरेक्शन का सटीक फीडबैक मिलेगा।  इंडिया हेरो प्रोजेक्ट में सहयोग  Tathvamasi Studios पिछले एक साल से Sony के India
दिसंबर में लगेगा मोबाइल रीचार्ज पर झटका! बढ़ सकते हैं डेटा प्लान के दाम

दिसंबर में लगेगा मोबाइल रीचार्ज पर झटका! बढ़ सकते हैं डेटा प्लान के दाम

यूजर्स को दिसंबर में लग सकता है टैरिफ काझटका!… भारतीय टेलीकॉम सेक्टर की नई टैरिफ रिपेयर नीति से मंहगे होंगे रिचार्ज पैक   Mobile Recharge Price Hike देश के मोबाइल यूजर्स के लिए दिसंबर की शुरुआत महंगी
Xiaomi-की-हुई-इंटरनेशनल-बेइज्जती-फोन-की-सुरक्षा-पर-उठे-सवाल

Xiaomi की हुई इंटरनेशनल बेइज्जती, फोन की सुरक्षा पर उठे सवाल

Xiaomi Security Issue: चीनी स्मार्टफोन कंपनी Xiaomi हाल ही में अंतरराष्ट्रीय चर्चा में आ गई है। दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ने कंपनी के फोन की सुरक्षा पर सवाल उठाए हैं, जिससे Xiaomi की अंतरराष्ट्रीय छवि प्रभावित हुई है। यह घटना APEC सम्मेलन के दौरान हुई है जब चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति को उपहार के तौर पर Xiaomi का फोन दिया है।  Xiaomi की अंतरराष्ट्रीय बेइज्जती! दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ने APEC में फोन की सुरक्षा पर सवाल उठाए, जानिए क्या है बैकडोर और क्यों बढ़ रही है यूजर्स की चिंता।  राष्ट्रपति ली जे म्युंग ने फोन देखते ही मजाक में कहा कि क्या इसकी कम्युनिकेशन लाइन सुरक्षित है। इस पर शी जिनपिंग ने भी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि फोन की जांच की जाए कहीं इसमें बैकडोर तो नहीं है। इस छोटे से मजाक ने ही Xiaomi की अंतरराष्ट्रीय प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाया है।  बैकडोर क्या है?  बैकडोर एक छिपा हुआ तरीका होता है, जिससे मोबाइल या ऐप के सिस्टम तक अनधिकृत पहुंच संभव हो जाती है। इसे फोन या एप्लिकेशन की सुरक्षा को बायपास करने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। कभी–कभी सरकार या एजेंसियां इसे वैध कारणों से इस्तेमाल करती हैं, लेकिन कई बार प्री–इंस्टॉल्ड ऐप्स या ब्लॉटवेयर के जरिए यूजर्स का डेटा चोरी करने में भी इसका गलत इस्तेमाल होता है।  READ MORE: Free में मिल सकता है Nothing Phone (3), जानें कैसे  READ MORE: Apple का धमाका! टॉप 5 की लिस्ट से बाहर हुई ये चाइनीज मोबाइल कंपनियां  चीन के फोन और सुरक्षा चिंता  Xiaomi समेत कई चीनी स्मार्टफोन ब्रांड्स पर हमेशा से डेटा सुरक्षा और बैकडोर को लेकर सवाल उठते रहे हैं। अमेरिका ने इसी वजह से Huawei और ZTE जैसे ब्रांड्स को प्रतिबंधित कर दिया था। इन कंपनियों के फोन और डिवाइस अमेरिका में बैन कर दिए गए हैं। साइबर एक्सपर्ट का कहना है कि चीन के फोन में प्राइवेसी और डेटा सुरक्षा का खतरा हो सकता है, खासकर अगर इसमें बैकडोर मौजूद हो। 

Don't Miss