केंद्रीय मंत्री का मास्टर प्लान, भारत में बनाएगा सैटेलाइट स्पेस कम्युनिकेशन

5 mins read
889 views
Jyotiraditya Scindia
December 11, 2024

ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अंतरिक्ष संचार क्षेत्र के प्रमुख हितधारकों से मुलाकात की, जिसमें आत्मनिर्भर अंतरिक्ष संचार क्षेत्र विकसित करने पर जोर दिया गया।

Satellite Space Communication India : सैटेलाइट नेटवर्क को लेकर इस समय काफी चर्चा हो रही है। Starlink समेत कई बड़ी कंपनियां भी इस रेस में शामिल हैं। इन सबके बीच अब भारत सरकार की ओर से बड़ा बयान आया है। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने साफ किया कि सरकार आत्मनिर्भर स्पेस कम्युनिकेशन क्षेत्र विकसित करना चाहती है। इसमें सैटेलाइट निर्माण और प्रक्षेपण सेवा को भी शामिल किया जाएगा।

क्या बोले ज्योतिरादित्य सिंधिया

इस मामले को लेकर सिंधिया ने मंगलवार को स्पेस कम्युनिकेशन के प्रमुख खिलाड़ियों से मुलाकात की। इसमें Eutelsat Oneweb, Jio-SES, Hughes Communications शामिल थे। इस बात पर भी चर्चा हुई कि लोकल स्पेस सेक्टर को विकसित करने के लिए क्या कदम उठाए जा सकते हैं। इस बैठक के बाद सिंधिया ने अपने विचार एक्स पर शेयर किए।

सैटेलाइट पर बड़ा फैसला

सिंधिया ने एक्स पर लिखा कि सैटेलाइट कम्युनिकेशन इकोसिस्टम के प्रमुख खिलाड़ियों के साथ बैठक। इसमें कई हितधारकों ने भाग लिया। हमने भारत को सैटेलाइट कम्युनिकेशन में एक प्रमुख खिलाड़ी बनाने के लिए प्रमुख पहलुओं पर चर्चा की। हमने भारत के लिए नए अवसरों पर भी चर्चा की। इससे आत्मनिर्भर भारत को काफी ताकत मिलेगी। लोगों ने इस मामले में बताया कि बैठक के दौरान इस बात पर भी चर्चा हुई कि कैसे IN-SPACe – एक स्वायत्त केंद्रीय नियामक संस्था, देश की अंतरिक्ष महत्वाकांक्षाओं को प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।

इंटरनेट सर्विस भी हुई चर्चा

सिंधिया ने इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर्स के कुछ अहम लोगों से भी मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने बताया कि हमने टेलीकॉम सेक्टर को बेहतर बनाने के लिए कई अहम पहलुओं पर चर्चा की। हमारा फोकस इस बात पर था कि कैसे लागत कम की जा सकती है? इसके साथ ही कैसे बेहतर इंटरनेट सर्विस दी जा सकती है क्योंकि अभी यह बहुत मायने रखता है। इसमें DoT के अधिकारी और स्टेकहोल्डर्स भी शामिल थे।

Ragini Sinha

5 साल के अनुभव के साथ मैंने मीडिया जगत में कंटेट राइटर, सीनियर कंटेंट राइटर, मीडिया एनालिस्ट और प्रोग्राम प्रोड्यूसर के तौर पर काम किया है। बिहार चुनाव और दिल्ली चुनाव को मैंने कवर किया है। अपने काम को लेकर मुझे पुरस्कार से सम्मानित भी किया जा चुका है। काम को जल्दी सीखने की कला मुझे औरों से अलग बनाती है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.

Google Search
Previous Story

Google या Open AI? क्या है दोनों में अंतर, किसमें मिल रहे ज्यादा फीचर्स

Whatsapp scam
Next Story

WhatsApp Alert: गलती से भी न करें ये ऐप डाउनलोड

Latest from Latest news

Suri: The Seventh Not का PS5 ट्रेलर हुआ रिलीज, देखें मजेदार Video

Suri: The Seventh Not का PS5 ट्रेलर हुआ रिलीज, देखें मजेदार Video

Suri, The Seventh Note : बेंगलुरु के Tathvamasi Studios ने अपने अपकमिंग गेम Suri: The Seventh Note का पहला गेमप्ले ट्रेलर रिलीज किया है। यह गेम PS5 और PC पर आएगा और इसे Sony के India Hero Project के तहत डेवलप किया जा रहा है जो चुनिंदा भारतीय डेवलपर्स को सपोर्ट करता है।  इंडिया हेरो प्रोजेक्ट के तहत Sony द्वारा समर्थित Made-in-India गेम Suri: The Seventh Note का पहला गेमप्ले ट्रेलर रिलीज।  क्या है गेम की कहानी  गेम का सेटिंग काल्पनिक द्वीप Suri है। मुख्य किरदार Ajira अपनी मां के इलाज के लिए एक दुर्लभ फल खोजने निकलती है। द्वीप पर अजीब संगीत आधारित भ्रष्टाचार फैल गया है जो पर्यावरण और जीव–जंतुओं की गतिविधियों को बदल देता है।  गेमप्ले का तरीका  इस गेम की खासियत इसका रिदम बेस्ड गेमप्ले है। खिलाड़ी को Ajira को नियंत्रित करते हुए सही समय पर चलना, कूदना और लड़ाई करनी होती है। गेम में पारंपरिक कॉम्बैट या एक्सप्लोरेशन के बजाय प्लेटफॉर्मिंग और रिदम मैकेनिक्स पर ध्यान दिया गया है। द्वीप का वातावरण और दुश्मन संगीत की धुनों के अनुसार प्रतिक्रिया देते हैं।  PS5 के स्पेशल फीचर्स  PS5 वर्सन में Rhythm Haptics Engine नामक फीचर मिलेगा। यह ध्वनि, विजुअल्स और कंट्रोलर वाइब्रेशन को जोड़कर खिलाड़ी को संगीत का अनुभव महसूस कराता है। DualSense कंट्रोलर की हॅप्टिक्स तकनीक का इस्तेमाल करके टोन या इंटेंसिटी में बदलाव को संकेत के रूप में दिखाया जाएगा। इससे खिलाड़ी को गेम की हर धुन और इंटरेक्शन का सटीक फीडबैक मिलेगा।  इंडिया हेरो प्रोजेक्ट में सहयोग  Tathvamasi Studios पिछले एक साल से Sony के India
दिसंबर में लगेगा मोबाइल रीचार्ज पर झटका! बढ़ सकते हैं डेटा प्लान के दाम

दिसंबर में लगेगा मोबाइल रीचार्ज पर झटका! बढ़ सकते हैं डेटा प्लान के दाम

यूजर्स को दिसंबर में लग सकता है टैरिफ काझटका!… भारतीय टेलीकॉम सेक्टर की नई टैरिफ रिपेयर नीति से मंहगे होंगे रिचार्ज पैक   Mobile Recharge Price Hike देश के मोबाइल यूजर्स के लिए दिसंबर की शुरुआत महंगी
Xiaomi-की-हुई-इंटरनेशनल-बेइज्जती-फोन-की-सुरक्षा-पर-उठे-सवाल

Xiaomi की हुई इंटरनेशनल बेइज्जती, फोन की सुरक्षा पर उठे सवाल

Xiaomi Security Issue: चीनी स्मार्टफोन कंपनी Xiaomi हाल ही में अंतरराष्ट्रीय चर्चा में आ गई है। दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ने कंपनी के फोन की सुरक्षा पर सवाल उठाए हैं, जिससे Xiaomi की अंतरराष्ट्रीय छवि प्रभावित हुई है। यह घटना APEC सम्मेलन के दौरान हुई है जब चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति को उपहार के तौर पर Xiaomi का फोन दिया है।  Xiaomi की अंतरराष्ट्रीय बेइज्जती! दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ने APEC में फोन की सुरक्षा पर सवाल उठाए, जानिए क्या है बैकडोर और क्यों बढ़ रही है यूजर्स की चिंता।  राष्ट्रपति ली जे म्युंग ने फोन देखते ही मजाक में कहा कि क्या इसकी कम्युनिकेशन लाइन सुरक्षित है। इस पर शी जिनपिंग ने भी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि फोन की जांच की जाए कहीं इसमें बैकडोर तो नहीं है। इस छोटे से मजाक ने ही Xiaomi की अंतरराष्ट्रीय प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाया है।  बैकडोर क्या है?  बैकडोर एक छिपा हुआ तरीका होता है, जिससे मोबाइल या ऐप के सिस्टम तक अनधिकृत पहुंच संभव हो जाती है। इसे फोन या एप्लिकेशन की सुरक्षा को बायपास करने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। कभी–कभी सरकार या एजेंसियां इसे वैध कारणों से इस्तेमाल करती हैं, लेकिन कई बार प्री–इंस्टॉल्ड ऐप्स या ब्लॉटवेयर के जरिए यूजर्स का डेटा चोरी करने में भी इसका गलत इस्तेमाल होता है।  READ MORE: Free में मिल सकता है Nothing Phone (3), जानें कैसे  READ MORE: Apple का धमाका! टॉप 5 की लिस्ट से बाहर हुई ये चाइनीज मोबाइल कंपनियां  चीन के फोन और सुरक्षा चिंता  Xiaomi समेत कई चीनी स्मार्टफोन ब्रांड्स पर हमेशा से डेटा सुरक्षा और बैकडोर को लेकर सवाल उठते रहे हैं। अमेरिका ने इसी वजह से Huawei और ZTE जैसे ब्रांड्स को प्रतिबंधित कर दिया था। इन कंपनियों के फोन और डिवाइस अमेरिका में बैन कर दिए गए हैं। साइबर एक्सपर्ट का कहना है कि चीन के फोन में प्राइवेसी और डेटा सुरक्षा का खतरा हो सकता है, खासकर अगर इसमें बैकडोर मौजूद हो। 

Don't Miss