WazirX हैक के एक साल बाद सामने आए नए खुलासों ने निशल शेट्टी की भूमिका पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
Nishal Shetty WazirX : भारतीय Crypto इतिहास के सबसे बड़े घोटालों में से एक WazirX हैक को अब लगभग एक साल बीत चुका है। जुलाई 2024 में हुए इस हैक में करीब 2000 रुपये करोड़ की यूजर फंड्स चोरी हो गई थी, लेकिन सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि इस पूरे मामले में WazirX के फाउंडर निशल शेट्टी ने अभी तक एक भी बयान नहीं दिया है।
चुपचाप किया कंपनी का ट्रांसफर
अब एक बड़ा खुलासा सामने आया है। 13 अगस्त 2024 यानी हैक के कुछ हफ्तों बाद ही निशल शेट्टी ने अपनी दुबई बेस्ड कंपनी Shinjuku FZC LLC की 100% हिस्सेदारी अपनी पत्नी मौझरी गुहा को चुपचाप ट्रांसफर कर दी थी। कहीं भी इसकी जानकारी नहीं दी गई।

The Gulf Time अखबार में छपी डॉक्यूमेंट कॉपी के मुताबिक, ये बात सामने आई है।
- पुराना शेयर होल्डर Nischal Chakrapani Shetty – 0.00%
- नया शेयर होल्डर Moujhari Guha – 100.00%
इस ट्रांसफर के बाद सवाल उठने लगे हैं कि क्या यह सिर्फ एक कॉर्पोरेट रीस्ट्रक्चरिंग थी, या किसी बड़ी सच्चाई को छुपाने की चाल।
ट्रांसपेरेंसी का वादा बना मजाक
WazirX हमेशा ट्रांसपेरेंसी और ट्रस्ट की बात करता था, लेकिन जब करोड़ों की हैकिंग हुई तब इसके संस्थापक चुपचाप कंपनी से हट गए और मालिकाना हक अपनी पत्नी को सौंप दिया। जब यूजर जवाब मांग रहे थे, जब वॉलेट फ्रीज हो चुके थे और जब लोग घबरा रहे थे, तो उस वक्त निशल शेट्टी कंपनी से साइन ऑफ कर रहे थे।
सिंगापुर कोर्ट का बड़ा खुलासा
हाल ही में सिंगापुर की एक अदालत की जज क्रिस्टी टैन् ने एक दस्तावेज जारी किया है, जिसमें साफ- साफ लिखा है कि WazirX की सिंगापुर इकाई Zettai Pte Ltd ने यूजर फंड्स को एक कस्टोडियन की तरह होल्ड किया था। यानी अब तक WazirX जो कहता रहा कि हम यूजर के पैसे नहीं होल्ड करते, वो झूठ था। कोर्ट ने माना कि Zettai के पास फंड्स का लीगल और ऑपरेशनल कंट्रोल था।
यूजर्स की हालत दयनीय
हैक को एक साल हो चुका है, लेकिन अब तक किसी को रिफंड नहीं मिला और न ही टाइमलाइन बताई गई। हर महीने एक नई सच्चाई सामने आती है और हर बार यूजर्स का भरोसा और टूटता है।