इस बदलाव की सबसे बड़ी वजह रही अमेरिकी फेडरल रिजर्व की मीटिंग। फेड ने इशारा दिया कि फिलहाल ब्याज दरें ऊंची ही रहेंगी।
Cryptocurrency Market: पिछले 15 हफ्तों से लगातार पैसा बटोर रहे क्रिप्टो निवेश फंड्स को अब पहली बार झटका लगा है। इस बार क्रिप्टो इन्वेस्टमेंट फंड्स से 223 मिलियन डॉलर की निकासी हुई है। CoinShares की रिपोर्ट बताती है कि हफ्ते की शुरुआत शानदार रही थी। पहले कुछ दिनों में 883 मिलियन डॉलर का निवेश आया, लेकिन बीच हफ्ते में माहौल अचानक बदल गया।
अचानक क्यों बदल गया इन्वेस्टरों का मूड?
इस बदलाव की सबसे बड़ी वजह रही अमेरिकी फेडरल रिजर्व की मीटिंग। फेड ने इशारा दिया कि फिलहाल ब्याज दरें ऊंची ही रहेंगी। इसके साथ ही अमेरिका की आर्थिक रिपोर्ट भी उम्मीद से ज्यादा मजबूत आई। इससे निवेशकों को लगा कि बाजार में जल्द गिरावट आ सकती है इसलिए उन्होंने मुनाफा निकालना शुरू कर दिया। शुक्रवार को हालात और बिगड़ गए जब एक ही दिन में 1 बिलियन डॉलर से ज्यादा पैसा क्रिप्टो फंड्स से निकाल लिया गया।
CoinShares के रिसर्च हेड जेम्स बटरफिल का कहना है कि शुक्रवार को भले ही कमजोर नौकरियों के आंकड़े आए, जिससे फेड थोड़ी नरमी दिखा सकता था, लेकिन तब तक निवेशकों का मूड बदल चुका था। उनका मानना है कि पिछले 30 दिनों में क्रिप्टो फंड्स में 12.2 बिलियन डॉलर का निवेश हुआ है। ऐसे में थोड़ा मुनाफा बुकिंग होना सामान्य बात है।
Bitcoin को सबसे बड़ा झटका
इस गिरावट में सबसे ज्यादा नुकसान Bitcoin को हुआ। Bitcoin फंड्स से 404 मिलियन डॉलर निकाले गए। खासतौर पर अमेरिका के स्पॉट Bitcoin ETF से 642.9 मिलियन डॉलर की निकासी हुई। हालांकि, अब तक इस साल Bitcoin में 20 बिलियन डॉलर से ज्यादा का निवेश हो चुका है। वहीं Ethereum ने इस बार भी अच्छा प्रदर्शन किया। Ethereum फंड्स में 133 मिलियन डॉलर का निवेश आया और यह लगातार 15वां हफ्ता रहा जब इसमें पैसा आया है।
बाकी Cryptocurrency में भी थोड़ी हलचल
कुछ अन्य कॉइन जैसे XRP में 31.2 मिलियन डॉलर, Solana में 8.8 मिलियन डॉलर और Sei में 5.8 मिलियन डॉलर का निवेश देखने को मिला।
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कौन देश आगे रहा, कौन पीछे?
अमेरिका से सबसे ज्यादा पैसा निकला 383 मिलियन डॉलर। इसके बाद जर्मनी से 35.5 मिलियन डॉलर और स्वीडन 33.3 मिलियन डॉलर निकले। दूसरी ओर, हांगकांग ने 170.4 मिलियन डॉलर और स्विट्ज़रलैंड ने 52.4 मिलियन डॉलर का निवेश जोड़ा।