Nvidia AI चिप्स को चोरी छिपे भेजा जा रहा था चीन, दो अमेरिकी गिफ्तार

8 mins read
55 views
Nvidia AI चिप्स को चोरी छिपे भेजा जा रहा था चीन, दो अमेरिकी गिफ्तार
August 6, 2025

अमेरिकी अधिकारियों ने बताया है कि ये दोनों आरोपी कैलिफोर्निया के एल मोंटे शहर में बनी एक कंपनी की आड़ में यह काम कर रहे थे।

Nvidia AI Chips: हाल ही में अमेरिका में दो चीनी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया है। इन पर आरोप है कि इन्होंने अमेरिका से करोड़ों रुपये की Nvidia कंपनी की एडवांस AI चिप्स चोरी-छिपे चीन भेजीं। यह चिप्स भेजना अमेरिका के कानून के खिलाफ है क्योंकि इन पर सख्त एक्सपोर्ट नियम लागू हैं।

किस बात पर हुआ मामला?

अमेरिकी अधिकारियों ने बताया है कि ये दोनों आरोपी कैलिफोर्निया के एल मोंटे शहर में बनी एक कंपनी की आड़ में यह काम कर रहे थे। उन्होंने Nvidia की H100 नाम की बेहद पावरफुल AI चिप्स चीन भेजीं। इन चिप्स का इस्तेमाल बड़े-बड़े AI सॉफ्टवेयर बनाने और चलाने में किया जाता है। इन्हें बेचने के लिए अमेरिकी सरकार से खास परमिशन लेनी होती है, जो इन लोगों ने नहीं ली।

कौन हैं ये लोग?

गिरफ्तार हुए दोनों लोगों में कैलिफोर्निया के पासाडेना में रहने वाला 28 साल का चुआन गेंग और एल मोंटे में रहने वाली 28 साली की शिवेई यांग शामिल है। इन दोनों पर अमेरिका के एक्सपोर्ट कंट्रोल रिफॉर्म एक्ट के उल्लंघन का आरोप है। अगर ये दोषी पाए जाते हैं तो इन्हें 20 साल तक की जेल हो सकती है।

कैसे भेजी गईं चिप्स?

इन लोगों ने 2022 में ALX Solutions Inc. नाम से एक कंपनी बनाई है। इसके जरिए उन्होंने अमेरिका से AI चिप्स बाहर भेजनी शुरू की। उन्होंने चिप्स को सीधे चीन नहीं भेजा, बल्कि सिंगापुर और मलेशिया जैसे देशों के जरिए चीन पहुंचाया ताकि पकड़े न जाएं, लेकिन अमेरिका की जांच में पता चला है कि इन देशों से कंपनी को कोई पैसा नहीं मिला। बल्कि हांगकांग और चीन की कंपनियों से लाखों डॉलर मिले। जनवरी 2024 में ALX Solutions को चीन की एक कंपनी से 10 लाख डॉलरनमिले थे।

क्या कहती है जांच?

अमेरिकी न्याय विभाग का कहना है कि ALX Solutions ने दिसंबर 2024 में एक GPU की शिपमेंट भेजी थी। कंपनी ने दावा किया कि यह अमेरिकी नियमों के मुताबिक है, लेकिन हकीकत में सरकारी लाइसेंस नहीं लिया गया था।

जांच में यह भी सामने आया कि ALX कंपनी के ऑफिस से जब्त मोबाइल फोनों में ऐसे सबूत मिले जिनमें गेंग और यांग आपस में बात कर रहे थे कि कैसे चिप्स को मलेशिया के जरिए गुपचुप तरीके से चीन भेजा जाए। शिवेई यांग पर वीजा ओवरस्टे का भी आरोप है। वहीं, चुआन गेंग अमेरिका का लीगल परमानेंट रेसिडेंट है।

कोर्ट में क्या हुआ?

लॉस एंजेलिस की अदालत ने चुआन गेंग को 2.5 लाख डॉलर की जमानत पर रिहा कर दिया है। वहीं यांग की 12 अगस्त को कोर्ट में सुनवाई होनी है। फिलहाल किसी ने कोर्ट में अपना दोष कबूल नहीं किया है।

Nvidia कंपनी का जवाब

इस पूरे मामले पर Nvidia ने कहा है कि हम अपने चिप्स सिर्फ भरोसेमंद कंपनियों को बेचते हैं। हम यह सुनिश्चित करते हैं कि कोई भी बिक्री अमेरिका के कानूनों के खिलाफ न हो। Nvidia ने यह भी कहा कि जो चिप्स चोरी-छिपे भेजी जाती हैं उन्हें कंपनी से कोई सपोर्ट, अपडेट या गारंटी नहीं मिलती।

READ MORE: https://hindi.analyticsinsight.net/artificial-intelligence/nvidia-beats-microsoft-and-apple-become-first-company-to-reach-trillion/

https://hindi.analyticsinsight.net/stock-market/nvidia-ceo-jensen-huang-sold-shares-crores-crossed-1-billion-dollar/

अमेरिका की सख्ती

पिछले कुछ सालों में अमेरिका ने चीन पर टेक्नोलॉजी से जुड़ी चीजें भेजने पर कड़ी पाबंदी लगा दी है। खासकर AI और चिप टेक्नोलॉजी को लेकर अमेरिका बेहद सतर्क है क्योंकि इन टेक्नोलॉजी से चीन को सैन्य और तकनीकी ताकत मिल सकती है।

Ragini Sinha

5 साल के अनुभव के साथ मैंने मीडिया जगत में कंटेट राइटर, सीनियर कंटेंट राइटर, मीडिया एनालिस्ट और प्रोग्राम प्रोड्यूसर के तौर पर काम किया है। बिहार चुनाव और दिल्ली चुनाव को मैंने कवर किया है। अपने काम को लेकर मुझे पुरस्कार से सम्मानित भी किया जा चुका है। काम को जल्दी सीखने की कला मुझे औरों से अलग बनाती है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.

इन शहरों में मिनटों में मिलेगा आपके घर Asus का लैपटॉप, जानें कैसे
Previous Story

इन शहरों में मिनटों में मिलेगा आपके घर Asus का लैपटॉप, जानें कैसे

Elon Musk ने मोदी सरकार को कोर्ट में दी चुनौती? जानें क्यों
Next Story

Elon Musk ने मोदी सरकार को कोर्ट में दी चुनौती? जानें क्यों

Latest from Artificial Intelligence

Don't Miss