RBI ने कहा कि समिति भारतीय वित्तीय क्षेत्र में AI मॉडल और अनुप्रयोगों को जिम्मेदारी से, नैतिक रूप से अपनाने से संबंधित परिचालन पहलुओं की फ्रेमवर्क की सिफारिश करेगी।
RBI Artificial Intelligence: RBI ने गुरुवार को वित्तीय क्षेत्र में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जिम्मेदार और नैतिक यूज के लिए एक फ्रेमवर्क विकसित करने के लिए आठ सदस्यीय समिति के गठन की घोषणा की है। RBI ने कहा कि भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, मुंबई में कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग विभाग के प्रोफेसर पुष्पक भट्टाचार्य समिति के अध्यक्ष होंगे।
AI को लेकर क्या-क्या करेगी टीम
समिति वैश्विक और घरेलू स्तर पर वित्तीय सेवाओं में AI की स्वीकार्यता के मौजूदा स्तर का आकलन करेगी। यह वैश्विक स्तर पर वित्तीय क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित करते हुए AI के लिए नियामकीय और पर्यवेक्षी दृष्टिकोण की भी समीक्षा करेगी। पैनल AI से जुड़े संभावित खतरों की भी पहचान करेगा। यह बैंकों, गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों, वित्तीय-प्रौद्योगिकी फर्मों के लिए AI से संबंधित खतरों का मूल्यांकन, समाधान, निगरानी ढांचे और अनुपालन बिंदुओं की सिफारिश करेगा।
एक्सपर्ट कमेटी के गठन का ऐलान
इस महीने की शुरुआत में रिजर्व बैंक की रिव्यू मीटिंग के बाद AI पर एक्सपर्ट कमेटी के गठन का ऐलान किया गया था। इसी ऐलान के अनुरूप RBI ने इसके सदस्यों और उनकी जिम्मेदारियों का डिटेल्स जारी किया है। इस मामले में RBI ने कहा कि समिति भारतीय वित्तीय क्षेत्र में AI मॉडल और अनुप्रयोगों को जिम्मेदारी और नैतिक रूप से अपनाने से संबंधित परिचालन पहलुओं की फ्रेमवर्क की सिफारिश करेगी।
कौन-कौन होगा शामिल
इस समिति में देबजानी घोष (स्वतंत्र निदेशक, रिजर्व बैंक इनोवेशन हब), बलरामन रवींद्रन (प्रोफेसर और प्रमुख, वाधवानी स्कूल ऑफ डेटा साइंस एंड एआई, आईआईटी मद्रास), अभिषेक सिंह (अतिरिक्त सचिव, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय) भी शामिल हैं।
इनके अलावा राहुल मथन (पार्टनर, ट्राइलीगल), अंजनी राठौर (ग्रुप हेड और चीफ डिजिटल एक्सपीरियंस ऑफिसर, एचडीएफसी बैंक), श्री हरि नागरालू (सिर्फ़ सिक्योरिटी एआई रिसर्च के प्रमुख, माइक्रोसॉफ्ट इंडिया) और सुवेंदु पति (मुख्य महाप्रबंधक, वित्त प्रौद्योगिकी, आरबीआई) को भी इसका सदस्य बनाया गया है।
RBI ने कहा कि समिति अपनी पहली बैठक की तारीख़ से छह महीने के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।