ChatGPT Update: OpenAI अब अपने ChatGPT पर हर चैट को तब तक स्टोर करने के लिए बाध्य नहीं है जब तक कि यूजर्स उसे हटा न दें। यह बदलाव एक नए अमेरिकी अदालती नियम के बाद आया है। इससे पहले, कंपनी को 2024 तक हर चैट लॉग को सहेजना अनिवार्य था ताकि The New York Times यह जांच कर सके कि क्या OpenAI ने ChatGPT को ट्रेन करने में किया। OpenAI का तर्क था कि हर चैट को स्टोर करने से यूजर्स की गोपनीयता को खतरा हो सकता है
ChatGPT यूजर्स के लिए खुशखबरी! OpenAI अब आपकी डिलीट की गई बातचीत को सेव नहीं रखेगा। नया नियम 26 सितंबर 2025 से लागू होगा, जिससे आपकी चैट्स रहेंगी पूरी तरह प्राइवेट।
नए रूल के तहत क्या बदला
कोर्ट के फैसले के बाद OpenAI अब अधिकांश चैट डेटा को डिलीट करने की अनुमति रखती है। केवल कुछ फ्लैग किए गए अकाउंट्स का डेटा NYT की जांच के लिए स्टोर रहेगा। बाकी यूजर्स की डिलीट की गई चैट्स अब सामान्य तरीके से हट जाएंगी। यह बदलाव 26 सितंबर के बाद शुरू होने वाले नए चैट्स पर लागू होगा। इसका मतलब यह है कि आम यूजर्स अब अपने चैट्स पर ज्यादा कंट्रोल रख सकते हैं और उनकी डिलीट की गई बातचीत अब अनावश्यक रूप से स्टोर नहीं होगी।
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यूजर्स के लिए फायदे
इस बदलाव से यूजर्स की प्राइवेसी मजबूत होगी। अब डिलीट की गई चैट्स वास्तव में डिलीट रहेंगी। केवल फ्लैग किए गए अकाउंट्स का डेटा NYT जांच के लिए मांग सकती है, बाकी यूजर्स प्रभावित नहीं होंगे।
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एक्सपर्ट की राय
प्राइवेसी एक्सपर्ट्स इसे AI प्लेटफॉर्म्स के लिए सकारात्मक कदम मान रहे हैं। इससे कानून का पालन भी होगा और आम यूजर्स की प्राइवेसी भी सुरक्षित रहेगी।
यह फैसला AI, कॉपीराइट और प्राइवेसी के बीच चल रही बहस को भी दिखाता है। OpenAI अब चैट डेटा को जिम्मेदारी से मैनेज कर सकती है। यूजर्स उम्मीद कर सकते हैं कि उनकी डिलीट की गई चैट्स अब प्राइवेट रहेंगी, और OpenAI अपनी नीतियों को अपडेट करके यूजर ट्रस्ट और कानूनी अनुपालन दोनों को संतुलित करेगी।