Bill Gates और Elon Musk के बीच लंबे समय से चल रही खींचतान अब पब्लिक हेल्थ फंडिंग जैसे गंभीर मुद्दों पर भी नजर आने लगी है।
Bill Gates vs Elon Musk: Bill Gates और Elon Musk एक बार फिर सोशल मीडिया पर आमने-सामने आ गए हैं। इस बार दोनों के बीच विवाद की वजह अमेरिका सरकार द्वारा हेल्थ फंडिंग में की गई कटौती है, जिससे लाखों लोगों की जान को खतरा बताया जा रहा है।
Bill Gates का बड़ा बयान
Microsoft के सह-संस्थापक बिल गेट्स ने X पर एक पोस्ट किया है, जिसमें उन्होंने अमेरिकी सरकार द्वारा की गई हेल्थ फंडिंग में कटौती को लेकर चिंता जताई है। उन्होंने लिखा है कि फैक्ट साफ और डराने वाले हैं। इस फंडिंग में कटौती से पहले ही कई लोगों की जान जा चुकी है और आगे यह आंकड़ा और बढ़ेगा। अगर PEPFAR जैसे कार्यक्रमों को बंद कर दिया गया, तो 2029 तक 42 लाख लोगों की मौत हो सकती है। यह प्रोग्राम HIV से पीड़ित लोगों के इलाज के लिए काम करता है।
To me, this is the most remarkable thing about global health: With a relatively small amount of money, you can do a great deal of good for a great many people. This is money well spent, and we should go back to spending it—now.
— Bill Gates (@BillGates) July 3, 2025
Elon Musk का तीखा जवाब
हालांकि, गेट्स ने अपने पोस्ट में Elon Musk का नाम नहीं लिया, लेकिन उनके बयान पर एक X यूजर ने कमेंट करते हुए लिखा कि भाई, आपकी नेटवर्थ 117 अरब डॉलर है। अगर आपको लगता है कि मदद की कमी से लोग मर रहे हैं, तो खुद आगे बढ़कर पैसा क्यों नहीं देते? इस पर Elon Musk ने जवाब दिया Exactly सही। Musk यहीं नहीं रुके। उन्होंने एक और पोस्ट में कहा कि गेट्स इसलिए नाराज हैं क्योंकि अब उनके संगठन को अमेरिकी टैक्सपेयर्स से मिलने वाले अरबों डॉलर नहीं मिल रहे हैं।
पुराना झगड़ा क्या है?
बता दें कि Elon Musk और Bill Gates के बीच ये पहली बार विवाद नहीं हुआ है। दिसंबर 2023 में भी Musk ने एक पोस्ट में कहा था कि अगर Tesla दुनिया की सबसे वैल्यूएबल कंपनी बन गई, तो इससे Bill Gates दिवालिया हो सकते हैं।
इसकी वजह है कि बिल गेट्स ने Tesla के शेयर के खिलाफ ‘शॉर्ट पोजिशन’ ली थी। यानी कि कोई निवेशक किसी शेयर को उधार लेकर बेच देता है और बाद में उसे कम दाम पर खरीदकर फायदा कमाना चाहता है।
Walter Isaacson की लिखी Elon Musk की बायोग्राफी के अनुसार, गेट्स को इस शॉर्ट पोजिशन से करीब 1.5 बिलियन डॉलर का नुकसान हुआ था।