UPI के ये नए नियम और बदलाव आम लोगों के लिए ट्रांजेक्शन को तेज, सुरक्षित और आसान बनाने के लिए किए गए हैं।
UPI Payment Good News: भारत में UPI से पैसे ट्रांसफर करना डिजिटल पेमेंट का सबसे आसान और भरोसेमंद तरीका बन चुका है। अधिकतर लोग छोटी से लेकर बड़ी शॉपिंग तक में UPI पेमेंट का इस्तेमाल करते हैं। इस बीच, 16 जून से UPI को और बेहतर और तेज बनाने के लिए कुछ जरूरी बदलाव लागू कर दिए गए हैं। ये बदलाव NPCI ने किए हैं, ताकि लोगों को ट्रांजेक्शन में कम समय लगे और पेमेंट का अनुभव और आसान हो।
रेस्पॉन्स टाइम अब पहले से आधा
UPI ट्रांजेक्शन के दौरान अब रिस्पॉन्स टाइम काफी कम कर दिया गया है। पहले पेमेंट रिक्वेस्ट भेजने और उसका जवाब आने में करीब 30 सेकेंड तक का समय लगता था, लेकिन अब यह समय घटाकर सिर्फ 10 सेकेंड कर दिया गया है। यानी अब पेमेंट भेजने और रिसीव करने में बहुत ही कम समय लगेगा। वहीं, वैलिड एड्रेस रिस्पॉन्स का टाइम 15 सेकेंड से घटाकर 10 सेकेंड कर दिया गया है।
ऐप्स और बैंकों को अपडेट करने का निर्देश
NPCI ने सभी बैंक और UPI सर्विस प्रोवाइडर जैसे कि PhonePe, Google Pay, Paytm आदि को अपने सिस्टम में बदलाव करने के निर्देश दिए हैं। यह बदलाव इसलिए भी जरूरी है, ताकि नए रेस्पॉन्स टाइम का पूरा फायदा यूजर्स को मिल सके। जिन बैंकों और ऐप्स ने इसे अभी तक अपडेट नहीं किया है, उन्हें जल्द से जल्द सिस्टम अपग्रेड करना होगा।
रोजाना बैलेंस चेक की सीमा तय
अब UPI ऐप्स के जरिए बैलेंस चेक करने की लिमिट तय की गई है। एक यूजर एक दिन में अधिकतम 50 बार बैलेंस चेक कर सकता है। इससे सर्वर पर लोड कम होगा और सिस्टम बेहतर तरीके से काम करेगा।
अकाउंट लिस्ट सर्च की भी सीमा
अब यूजर्स किसी बैंक या प्रोवाइडर से जुड़े अकाउंट्स को सर्च कर सकेंगे, लेकिन इसकी सीमा भी तय कर दी गई है। एक यूजर एक दिन में किसी ऐप पर 25 बार अकाउंट लिस्ट सर्च कर सकेगा।
ऑटो-पे मैंडेट में भी बदलाव
अब UPI ऑटो-पे के तहत किसी एक ऑटोमेटिक पेमेंट के लिए केवल एक बार कोशिश की जा सकेगी। अगर वह फेल हो जाती है, तो 3 बार फिर से कोशिश की जा सकती है, लेकिन यह नियम पीक टाइम पर लागू नहीं होगा।UPI ने जैसे पहले डिजिटल इंडिया की रफ्तार बढ़ाई थी, अब ये बदलाव उसे और एक कदम आगे ले जाएंगे।