Google Willow Chip से खतरे में है बिटकॉइन क्रिप्टोकरेंसी का भविष्य!

7 mins read
957 views
Google Willow
December 24, 2024

Google Willow एक क्वांटम चिप है, जिसकी घोषणा हाल ही में गूगल ने की है। यह न केवल कंप्यूटिंग में उन्नति लाएगा, बल्कि बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी के भविष्य को भी प्रभावित करेगा।

Google Willow Chip: Google ने हाल ही में एक नई क्वांटम कंप्यूटिंग चिप ‘Willow’ की घोषणा की है। Willow चीप पूरे टेक्नोलॉजी जगत का ध्यान अपनी ओर खींच लिया है। यह चिप इतनी शक्तिशाली है कि यह कंप्यूटरों की तुलना में कई गुना तेजी से मुश्किल कैलकुलेशन कर सकती है। अब सवाल यह है कि Google की नई टेक्नोलॉजी बिटकॉइन और दूसरी क्रिप्टोकरेंसी का भविष्य कैसे बदल सकती है?

बिटकॉइन और दूसरी क्रिप्टोकरेंसी आज बहुत फेमस हैं, लेकिन अब क्वांटम कंप्यूटिंग नाम की इस नई तकनीक के कारण अब वे खतरे में हैं। Google ने हाल ही में जिस नई क्वांटम चिप Willow की घोषणा की है, उससे यह खतरा और बढ़ सकता है।

क्या है क्वांटम कंप्यूटिंग?

  • क्वांटम कंप्यूटर मौजूदा कंप्यूटर से अलग होते हैं।
  • सामान्य कंप्यूटर 0 और 1 में डेटा को समझते हैं, जबकि क्वांटम कंप्यूटर ‘क्यूबिट’ का उपयोग करते हैं।
  • ये क्यूबिट एक ही समय में 0 और 1 दोनों हो सकते हैं।
  • क्वांटम कंप्यूटर बहुत तेज गति से कठिन कार्य करने में सक्षम होते हैं।

Google की नई चिप Willow क्वांटम कंप्यूटिंग में एक बड़ा कदम है, क्योंकि यह कंप्यूटर को तेज और अधिक सटीक बनाती है।

क्यों है Bitcoin पर खतरा ?

बिटकॉइन और दूसरी क्रिप्टोकरेंसी को सेफ रखने के लिए एन्क्रिप्शन का यूज किया जाता है। यह एन्क्रिप्शन इतना मजबूत होता है कि इसे सामान्य कंप्यूटर से तोड़ना बहुत मुश्किल होता है, लेकिन क्वांटम कंप्यूटर इतने शक्तिशाली होते हैं कि वे इसे मिनटों में तोड़ सकते हैं।

1994 में बनाए गए एक खास एल्गोरिदम की मदद से क्वांटम कंप्यूटर बड़ी संख्या को जल्दी से हल कर सकते हैं। इससे बिटकॉइन की सुरक्षा टूट हो सकती है और डिजिटल वॉलेट में रखे सिक्के चोरी हो सकते हैं।

Bitcoin पर खतरा ज्यादा क्यों है?

बिटकॉइन ज्यादा अनसेफ है क्योंकि यह बिना किसी सरकारी या रेगुलेटर प्रोटेक्शन के संचालित होता है। अगर बिटकॉइन चोरी हो जाता है, तो इसे वापस पाने की कोई गारंटी नहीं है। कई शुरुआती बिटकॉइन पते, जिनकी सार्वजनिक कुंजियां पहले ही उजागर हो चुकी हैं, आसानी से क्वांटम हैकिंग का शिकार हो सकते हैं। इन पतों में लगभग 13 लाख करोड़ हैं।

Google पर क्रिप्टोकरेंसी का असर

Google की नई क्वांटम चिप पूरी दुनिया में डिजिटल सुरक्षा के स्तर को बदल सकती है। अगर Google सही दिशा में काम करता है, तो यह बिटकॉइन और दूसरी क्रिप्टोकरेंसी के लिए बेहतर सुरक्षा और तेज लेनदेन का रास्ता खोल सकता है। इसका असर ऑनलाइन बैंकिंग, स्वास्थ्य डेटा और सरकारी सिस्टम जैसे क्षेत्रों पर भी पड़ेगा।

Ragini Sinha

5 साल के अनुभव के साथ मैंने मीडिया जगत में कंटेट राइटर, सीनियर कंटेंट राइटर, मीडिया एनालिस्ट और प्रोग्राम प्रोड्यूसर के तौर पर काम किया है। बिहार चुनाव और दिल्ली चुनाव को मैंने कवर किया है। अपने काम को लेकर मुझे पुरस्कार से सम्मानित भी किया जा चुका है। काम को जल्दी सीखने की कला मुझे औरों से अलग बनाती है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.

AI photos
Previous Story

सानिया मिर्जा और मोहम्मद शमी ने की शादी! पता लगाएं तस्वीरों का सच

Year Ender 2024
Next Story

Year Ender 2024: ये हैं देश के सबसे चर्चित स्कैम, ऐसे बचें

Latest from Tech News

कम मांग के चलते Apple ने iPhone Air का घटाया उत्पादन

कम मांग के चलते Apple ने iPhone Air का घटाया उत्पादन

iPhone 17 Series: Apple ने अपनी सबसे पतली और हल्की iPhone, iPhone Air, का उत्पादन घटाने का निर्णय लिया है। रिपोर्ट के अनुसार, उम्मीद से कम बिक्री के कारण iPhone Air का उत्पादन अब लगभग ‘समाप्ति स्तर’ तक पहुंच गया है। हालांकि, Apple ने अपनी iPhone 17 सीरीज के कुल उत्पादन को लगभग 85 से 90 मिलियन यूनिट पर बनाए रखा है और मुख्य ध्यान iPhone 17 और iPhone 17 Pro मॉडल पर रखा है।  Apple ने iPhone Air के उत्पादन को घटाया है क्योंकि इसकी बिक्री कम रही, वहीं iPhone 17 और iPhone 17 Pro मॉडल की मांग बढ़ी है।  iPhone Air का उत्पादन कम  iPhone Air अब भारी कटौती का सामना कर रहा है। सप्लाई चेन स्रोतों ने बताया कि नवंबर में iPhone Air के ऑर्डर सितंबर के स्तर से भी 10 प्रतिशत से कम होंगे। सितंबर में 999 डॉलर में लॉन्च हुई iPhone Air की मोटाई केवल 5.6
Samsung-ने-पेश-किया-नया-Galaxy-XR

Samsung ने पेश किया नया Galaxy XR, जानें इसके फीचर

Samsung AI Headset: Samsung ने अपने नए Galaxy XR हेडसेट को लॉन्च किया है। यह एक AI Native XR डिवाइस है जो AI, एक्सटेंडेड रियलिटी और पावरफुल हार्डवेयर का मेल है। इसका उद्देश्य यूजर्स को सहज और इमर्सिव अनुभव देना है।  Samsung , Google और Qualcomm ने मिलकर Galaxy XR बनाया, जो AI-पावर्ड गेमिंग, 3D कंटेंट और XR ऐप्स के लिए नया अनुभव देता है।  विकास और टेक्नोलॉजी  Galaxy XR को Samsung ने Google और Qualcomm के साथ मिलकर विकसित किया है। यह पहला डिवाइस है जो Android XR प्लेटफॉर्म पर बनाया गया है। इसे गेमिंग, रोजमर्रा के काम और प्रोफेशनल एप्लिकेशन के लिए AI कंपैनियन के रूप में तैयार किया गया है।  उपलब्धता  हेडसेट अब अमेरिका और कोरिया में खरीदने के लिए उपलब्ध है। यह Samsung की उस योजना का हिस्सा है जिसमें AI और XR को मिलाकर डिजिटल अनुभव को बेहतर बनाया जा रहा है।  मल्टीमॉडल AI  Galaxy XR में Gemini AI शामिल है। यह वॉइस, विजन और जेस्चर के जरिए यूजर्स के साथ सहज बातचीत करता है। यूजर्स आसानी से कंटेंट देख सकते हैं, टास्क मैनेज कर सकते हैं और अपने आस–पास की जानकारी पा सकते हैं। AI के साथ हेडसेट मानव जैसी बातचीत और समझ देता है।  READ MORE: Android पर भी चलेगा Gemini, Google Docs में मिलेगी AI की मदद! 

Don't Miss