चीन ने एक बार फिर तकनीक के मामले में कमाल कर दिया है। चीन की स्टार्टअप कंपनी न्यूरोएक्सेस ने एक ऐसी मशीन का सफल परीक्षण किया है जो दिमाग को पढ़ सकती है।
Brain Computer Interface: चीन टेक्नोलॉजी की दुनिया में बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है। चीन टेक्नोलॉजी के मामले में जापान और अमेरिका जैसे देशों को कड़ी टक्कर देता है। इस बीच खबर आ रही है कि इस देश ने एक बड़ा कारनामा कर दिखाया है। दरअसल, चीनी स्टार्टअप न्यूरोएक्सेस ने दो इम्पोर्टेंट सफल टेस्टों की जानकारी दी है। इसके लचीले ब्रेन-कंप्यूटर इंटरफेस डिवाइस ने मस्तिष्क की चोट वाले एक मरीज के दिमाग में चल रहे विचारों को वास्तविक समय में डिकोड किया। इसके अलावा अन्य व्यक्ति के साथ किए गए ट्रायल में इसने वास्तविक समय में चीनी भाषा को डिकोड किया है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मरीजों ने अपने दिमाग का उपयोग करके सॉफ्टवेयर को नियंत्रित किया, वस्तुओं को उठाया, भाषण के माध्यम से डिजिटल अवतारों को संचालित किया और AI मॉडल के साथ बातचीत की।
टीम ने क्या किया
न्यूरोएक्सेस के अनुसार, टीम ने मरीज के मस्तिष्क संकेतों के उच्च-गामा बैंड से इलेक्ट्रोकॉर्टिकोग्राम (ECoG) विशेषताओं को निकाला और उन्हें रियल टाइम में डिकोड करने के लिए एक न्यूरल नेटवर्क मॉडल को ट्रेन्ड किया।
मशीन दिमाग को पढ़ सकती है
इससे सिस्टम विलंबता 0 मिलीसेकंड से भी कम हो गई और सर्जरी के कुछ ही मिनटों के अंदर मस्तिष्क के कार्य क्षेत्रों की सटीक पहचान हो गई। आपको बता दें कि चीन की स्टार्टअप न्यूरोएक्सेस ने एक ऐसी मशीन का सफल परीक्षण किया है जो दिमाग को पढ़ सकती है।