कुछ सालों पहले सोशल मीडिया के जरिए बच्चों का यौन शोषण, अश्लीलता, ऑनलाइन बदमाशी और आत्महत्या के लिए उकसाने जैसे गंभीर मामले सामने आए हैं।
Social Media Verification: सोशल मीडिया का यूज करने के लिए अब नई पॉलिसी सामने आई है। नई पॉलिसी के मुताबिक, सोशल मीडिया का यूज करने के लिए अब आपको अपनी उम्र बतानी होगी। इस कानून के तहत लोगों को सभी सोशल मिडिया प्लेटफॉर्म्स में अपनी एज वेरिफिकेशन करानी होगी। नहीं तो उन्हें अकाउंट बनाने की परमिशन नहीं मिलेगी।
क्यों आया यह कानून?
सरकार और पैरेंट्स का यही मानना है कि बच्चों की ऑनलाइन सुरक्षा के लिए यह कानून बहुत जरूरी है। कुछ सालों पहले सोशल मीडिया के जरिए बच्चों का यौन शोषण, अश्लीलता, ऑनलाइन बदमाशी और आत्महत्या के लिए उकसाने जैसे गंभीर मामले सामने आए हैं। इसके अलावा, कई रिसर्च में यह भी बताया गया है कि सोशल मीडिया का ज्यादा यूज युवाओं में डिप्रेशन और एंग्जायटी को बढ़ा रहा है। ऐसे में बच्चों को इन खतरों से बचाने के लिए मिसिसिपी सरकार ने ऐसा कदम उठाया है।
कोर्ट से मिली मंजूरी
शुरुआत में कोर्ट ने इस कानून को रोक दिया था मगर अब अमेरिकी फेडरल कोर्ट 5th सर्किट यूएस कोर्ट ऑफ अपील्स के तीन जजों की बेंच ने इस रोक को हटा दिया है। कोर्ट ने यह भी माना है कि बच्चों की सिक्योरिटी के लिए यह कानून लागू किया जा सकता है।
टेक कंपनियों का विरोध
इस कानून का टेक इंडस्ट्री में जोरदार विरोध हो रहा है। NetChoice संगठन Google, Meta और Snap Inc. जैसी कंपनियों का रिप्रशनटेशन करता है। संगठन ने इस कानून के खिलाफ केस दायर किया है। उनका कहना है कि यह कानून लोगों की फ्रीडम ऑफ एक्सप्रेशन और प्राइवेसी के अधिकारों का उल्लंघन करता है। NetChoice ने कहा है कि बच्चों के लिए क्या सही है।
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यह पॉलिसी बाकी राज्यों में भी होगा लागू?
मिसिसिपी के अलावा अमेरिका के कई दूसरे राज्यों में भी ऐसे ही कानून लागू किए जा रहे हैं। ऐसे में आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प होगा कि अमेरिका के अन्य राज्य भी बच्चों की ऑनलाइन सुरक्षा के लिए इस तरह के कदम उठाते हैं या नहीं।