OpenAI के CEO सैम ऑल्टमैन ने हाल ही में Studio Ghibli शैली में बनाई गई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीरों पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
Sam Altman on PM Modi: OpenAI के CEO सैम ऑल्टमैन ने हाल ही में पीएम मोदी की Studio Ghibli स्टाइल में बनाई गई तस्वीरों पर अपनी रिएक्शन दी है। ये तस्वीरें भारत सरकार के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म MyGov द्वारा शेयर की गई थीं। MyGov ने X पर इन फोटोज को पोस्ट करते हुए लिखा कि ‘मुख्य किरदार? नहीं, वह पूरी कहानी हैं’। Studio Ghibli के स्ट्रोक्स में देखें न्यू इंडिया का अनुभव।”
सैम ऑल्टमैन का रिएक्शन
सैम ऑल्टमैन ने इस पोस्ट को रीशेयर किया और इसके साथ भारत के झंडे का इमोजी भी पोस्ट किया। यह उनकी ओर से एक सकारात्मक प्रतिक्रिया मानी जा रही है, जिससे भारत में AI और Ghibli आर्ट स्टाइल की बढ़ती लोकप्रियता का अंदाजा लगाया जा सकता है।
पीएम मोदी की अनोखी तस्वीरें
MyGov द्वारा शेयर की गई इन तस्वीरों में प्रधानमंत्री मोदी को अलग-अलग पलों में दिखाया गया है। इनमें अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से हाथ मिलाते हुए, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ पोज देते हुए, शेर के शावकों के साथ खेलते हुए और अयोध्या में रामलला मंदिर के दर्शन करते हुए के सीन शामिल हैं। इन सभी तस्वीरों को Ghibli स्टाइल में एनिमेटेड लुक दिया गया है, जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
सोशल मीडिया पर मिली मिली-जुली प्रतिक्रिया
सैम ऑल्टमैन के इस पोस्ट को लेकर सोशल मीडिया पर लोगों की अलग-अलग राय देखने को मिल रही है। कुछ लोगों ने इसे पसंद किया, तो कुछ ने इस पर नाराजगी जताई है। कई यूजर्स का कहना है कि OpenAI के CEO ने यह पोस्ट भारतीय यूजर्स को आकर्षित करने के मकसद से किया है। एक यूजर ने सवाल किया है कि सैम ऑल्टमैन को भारत क्यों पसंद है? वहीं, दूसरे यूजर ने लिखा उसे मार्केट की समझ है। तीसरे ने नाराजगी जताते हुए कहा कि जिस व्यक्ति ने यह स्टाइल बनाई, उसे कुछ नहीं मिलता और बाकी लोग करोड़ों कमाते हैं। कैसी दुनिया है।
ChatGPT की Ghibli स्टाइल पर विवाद
ChatGPT की Ghibli स्टाइल वाली तस्वीरें सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही हैं, लेकिन इसके साथ ही विवाद भी खड़ा हो गया है। दरअसल, Ghibli स्टाइल की शुरुआत 1985 में जापानी एनिमेशन स्टूडियो Studio Ghibli ने की थी, जिसे हायाओ मियाजाकी, इसाओ ताकाहाता और तोशियो सुजुकी ने स्थापित किया था। अब कई लोग OpenAI पर यह आरोप लगा रहे हैं कि वह इस आर्टवर्क से मुनाफा कमा रहा है, जबकि असली क्रिएटर्स को इसका कोई लाभ नहीं मिल रहा।