India Mobile Congress 2025: सैटकॉम बनेगा डिजिटल भारत की रीढ़: जितेंद्र सिंह

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October 9, 2025

India Mobile Congress 2025: इंडिया मोबाइल कांग्रेस 2025 के मंच से विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि भारत की 70 प्रतिशत स्पेस टेक्नोलॉजी का उपयोग देश के विकास और लोगों के जीवन को आसान बनाने में हो रहा है। यह सिर्फ रॉकेट लॉन्च तक सीमित नहीं है। उन्होंने कहा कि आने वाले सालों में स्पेस टेक्नोलॉजी, डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर और सुशासन मिलकर विकसित भारत की रीढ़ बनेंगे।

India Mobile Congress 2025 में डॉ. जितेंद्र सिंह ने बताया कि सैटेलाइट टेक्नोलॉजी कैसे भारत की डिजिटल रीढ़ बन रही है। पढ़िए कैसे स्पेस टेक्नोलॉजी शासन, वित्तीय सेवाओं, कृषि और आपदा प्रबंधन में बड़ा बदलाव ला रही है।

70% से अधिक नए ATM ग्रामीण क्षेत्रों में हैं,

मंत्री ने बताया कि Satcom भारत के डिजिटल नेटवर्क की मुख्य ताकत बनने जा रहा है। यह तकनीक खासतौर पर उन दूरदराज और ग्रामीण इलाकों में कनेक्टिविटी बढ़ाने में मदद करेगी, जहां मोबाइल नेटवर्क या फाइबर कनेक्शन का पहुंचना मुश्किल होता है। उन्होंने कहा कि देश में लगाए जा रहे 70% से अधिक नए ATM ग्रामीण क्षेत्रों में हैं और इन जगहों पर Satcom तकनीक वित्तीय सेवाएं और डिजिटल पहुंच सुनिश्चित करने में अहम भूमिका निभा रही है।

भारतीय सेना के लिए बनाया गया पोर्टेबल बैकपैक एंटीना

कार्यक्रम में OneWeb द्वारा तैयार किया गया 9 किलो वजन का पोर्टेबल बैकपैक एंटीना भी प्रदर्शित किया गया, जो भारतीय सेना के लिए बनाया गया है। यह टूल दुर्गम इलाकों में भी तेज और सुरक्षित संचार की सुविधा देगा।

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भारत के पास खुद का होगा ‘भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन’

डॉ. सिंह ने भारत की लंबी अवधि की स्पेस योजना का भी जिक्र किया। उन्होंने बताया कि भारत 2035 तक अपना खुद का ‘भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन’ स्थापित करेगा। 2040 तक भारतीय अंतरिक्ष यात्री को चांद पर भेजने का लक्ष्य रखा गया है। आने वाले 15 सालों में 100 से ज्यादा सैटेलाइट लॉन्च किए जाएंगे, जिनमें से ज्यादातर माइक्रो सैटेलाइट्स होंगे। ये सभी सरकार और निजी उद्योगों की साझेदारी से बनाए जाएंगे।

उन्होंने बताया कि भारत की स्पेस इकॉनमी 2033 तक 44 अरब डॉलर तक पहुंच सकती है। New Space India Limited और IN-SPACe की स्थापना से निजी क्षेत्र को बड़े अवसर मिले हैं और सरकारी एकाधिकार खत्म हुआ है।

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सैटेलाइट तकनीक आपदा प्रबंधन में हो रहा

मंत्री ने कहा कि स्पेस टेक्नोलॉजी शासन का अहम हिस्सा बन चुकी है। SVAMITVA योजना से अब तक 1.61 लाख गांवों के 2.4 करोड़ लोगों को संपत्ति का अधिकार मिला है। सैटेलाइट तकनीक का उपयोग आपदा प्रबंधन, जंगलों में आग की निगरानी, कृषि उपज के आकलन और मछुआरों को दिशा-निर्देश देने में भी हो रहा है। उन्होंने कहा कि ‘गति शक्ति योजना’ और NavIC सैटेलाइट सिस्टम से भारत को तेज और सटीक नेविगेशन की सुविधा मिल रही है। भारत का अंतरिक्ष क्षेत्र आज दुनिया में अपनी मजबूत पहचान बना चुका है।

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Ragini Sinha

5 साल के अनुभव के साथ मैंने मीडिया जगत में कंटेट राइटर, सीनियर कंटेंट राइटर, मीडिया एनालिस्ट और प्रोग्राम प्रोड्यूसर के तौर पर काम किया है। बिहार चुनाव और दिल्ली चुनाव को मैंने कवर किया है। अपने काम को लेकर मुझे पुरस्कार से सम्मानित भी किया जा चुका है। काम को जल्दी सीखने की कला मुझे औरों से अलग बनाती है।

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