Maha Kumbh 2025: संगम में डुबकी लगाने आ रही Apple की मालकिन, करेंगी कल्पवास

5 mins read
1.4K views
Maha Kumbh 2025
January 8, 2025

इस साल महाकुंभ में खास मेहमान के रुप में स्टीव जॉब्स की पत्नी और अरबपति लॉरेन पॉवेल जॉब्स शामिल होने जा रही हैं। इस दौरान वह कल्पवास नामक एक प्राचीन हिंदू परंपरा में भाग लेंगी।

Maha Kumbh 2025: प्रयागराज में 13 जनवरी को महाकुंभ का आयोजन होने जा रहा है। हर 12 साल में आयोजित होने वाले इस विशाल आयोजन में दुनिया भर से लाखों श्रद्धालु, संत और साधक आते हैं। गंगा, यमुना और सरस्वती नदियों के संगम पर होने वाला यह आयोजन बहुत महत्वपूर्ण है। रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि इस साल महाकुंभ में स्टीव जॉब्स की पत्नी और अरबपति लॉरेन पॉवेल जॉब्स शामिल होंगे।

13 जनवरी को प्रयागराज आएंगे खास मेहमान

13 जनवरी को Apple के संस्थापक स्टीव जॉब्स की पत्नी और अरबपति लॉरेन पॉवेल जॉब्स प्रयागराज पहुंचेंगी और निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद के शिविर में ठहरेंगी। अपनी यात्रा के दौरान पॉवेल जॉब्स 29 जनवरी तक कल्पवास में रहेंगी, जिसमें वह धार्मिक अनुष्ठानों में भाग लेंगी और संगम में डुबकी लगाएंगी। इस तरह के पारंपरिक और आध्यात्मिक अनुष्ठान में भाग लेने का उनका फैसला महाकुंभ के वैश्विक महत्व को दिखाता है।

कौन है लॉरेन पॉवेल जॉब्स

11 बिलियन डॉलर की कुल संपत्ति के साथ लॉरेन पॉवेल जॉब्स सिलिकॉन वैली की सबसे धनी महिला हैं, जो 2024 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों में पर्दे के पीछे एक प्रमुख व्यक्ति के रूप में उभरी हैं। उन्होंने एमर्सन कलेक्टिव नामक एक फर्म बनाई है जो शिक्षा, इकोनॉमिक मोबिलिटी, इमिग्रेशन और पर्यावरण संबंधी मुद्दों पर काम करती है। 2021 में उन्होंने Waverley Street Foundation भी बनाया है, जो जलवायु समाधानों को बढ़ावा देने के लिए काम करता है।

क्या होता है कल्पवास

कल्पवास महाकुंभ का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है। बता दें कि यह परंपरा बहुत पुरानी है। इसका उल्लेख महाभारत और रामचरितमानस जैसे ग्रंथों में मिलता है। कल्पवास करने वाले लोगों को कल्पवासी कहा जाता है। कल्पवास करने वाले लोग संगम के पास साधारण टेंट में रहते हैं और इस दौरान वह अपने आरामदायक जीवन का त्याग करते हैं। वे रोजाना गंगा नदी में स्नान करते हैं, भजन गाते हैं और संतों के प्रवचन सुनते हैं।

Ragini Sinha

5 साल के अनुभव के साथ मैंने मीडिया जगत में कंटेट राइटर, सीनियर कंटेंट राइटर, मीडिया एनालिस्ट और प्रोग्राम प्रोड्यूसर के तौर पर काम किया है। बिहार चुनाव और दिल्ली चुनाव को मैंने कवर किया है। अपने काम को लेकर मुझे पुरस्कार से सम्मानित भी किया जा चुका है। काम को जल्दी सीखने की कला मुझे औरों से अलग बनाती है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.

CES 2025
Previous Story

CES 2025: पेश हुआ इलेक्ट्रिक चम्मच, AI टेक ने सबको चौंकाया

Indian Government
Next Story

AI: भारत सरकार और Microsoft बने पार्टनर, 25,000 करोड़ का निवेश

Latest from Latest news

Google AI Pro प्लान पर 50% की भारी छूट और Nano Banana Pro का लाभ!

Google AI Pro प्लान पर 50% की भारी छूट और Nano Banana Pro का लाभ!

Google AI Pro discount: Google अपने AI प्लेटफॉर्म को अधिक उपयोगकर्ताओं तक पहुँचाने के लिए लगातार नए ऑफ़र पेश करता है। हाल ही में कंपनी ने अपने AI Pro वार्षिक प्लान पर 50 प्रतिशत की
Hyper Foundation ने 3.75 करोड़ HYPE टोकन को स्थायी रूप से किया बर्न

Hyper Foundation ने 3.75 करोड़ HYPE टोकन को स्थायी रूप से किया बर्न

Hyper Foundation: Hyper Foundation ने आधिकारिक तौर पर 37.5 मिलियन HYPE टोकन को हमेशा के लिए बर्न किए जाने की घोषणा की है। यह फैसला stake weighted गवर्नेंस वोटिंग के बाद लिया गया हैं, जिसमें 85% प्रतिभागियों ने इस प्रस्ताव के पक्ष में वोट दिया। इन टोकन की कुल वैल्यू करीब 912 मिलियन डॉलर बताई जा रही है। ये सभी टोकन एक खास सिस्टम एड्रेस 0xfefefefefefefefefefefefefefefefefefefefe पर रखे गए हैं। इस एड्रेस की सबसे अहम बात यह है कि इसका कोई प्राइवेट एड्रेस नहीं है।  Hyper Foundation ने 3.75 करोड़ HYPE टोकन को स्थायी रूप से बर्न कर दिया है, जानिए यह फैसला क्यों लिया गया, इससे सप्लाई, कीमत और निवेशकों पर क्या असर पड़ सकता है।  Assistance Fund से आए थे ये टोकन  यह HYPE टोकन Assistance Fund में जमा हुए थे। यह फंड Hyperliquid के Layer-1 perpetual futures Blockchain पर स्पॉट ट्रेडिंग फीस का एक हिस्सा लेकर उसे HYPE टोकन में बदलता है। अब इन टोकन को इस बर्न जैसे एड्रेस पर भेज दिया गया है, जिससे बिना किसी फोर्क के इन्हें सर्कुलेशन से पूरी तरह बाहर कर दिया गया है।  कम्युनिटी की प्रतिक्रिया  इस फैसले के बाद कम्युनिटी से ज्यादातर पॉजिटिव रिएक्शन सामने आए हैं। X पर एक यूजर ने लिखा कि सप्लाई घटाने का यह कदम लंबे समय में टोकनॉमिक्स को मजबूत बनाएगा। हालांकि, कुछ लोगों ने चिंता भी जताई है। उनका कहना है कि इससे HLP सेफ्टी फंड पर दबाव बढ़ सकता है और गवर्नेंस वोटिंग में सेंट्रलाइजेशन का खतरा भी नजर आता है।  HYPE in the Assistance Fund system address of 0xfefefefefefefefefefefefefefefefefefefefe has

Don't Miss