Google और Apple कई मायनों में एक जैसी हैं। हम Google Pixel और Apple iPhone के बीच कड़ा मुकाबला देखते हैं। आइए जानते हैं इसके पीछे का कारण
Google VS Apple: Google और Apple दुनिया भर में सबसे फेमस टेक कंपनियों में से एक है। ये दोनों ही अमेरिकी कंपनियां विश्वस्तरीय प्रोडक्ट्स और सेवाएं प्रदान करती हैं। कई मामलों में इन दोनों के बीच टक्कर देखी जाती है। Google Pixel का मुकाबला Apple iPhone से होता है, जबकि Google Android का मुकाबला Apple iOS से होता है। एक मामला ऐसा भी है, जहां Apple गलती से भी Google से मुकाबला नहीं करना चाहता है। एक घोषणा पत्र में यह बात सामने आई है कि Apple कोई भी सर्च इंजन नहीं बनाएगा।
दुनिया भर में Google सबसे बड़ा सर्च इंजन है। करोड़ों लोग Google search Engine का यूज करते हैं। वहीं, Apple अपना खुद का सर्च इंजन नहीं बनाना चाहता बल्कि iPhone के लिए Google के सर्च इंजन का यूज करना चाहता है। ऐसे में आइए जानते हैं कि Apple अपना खुद का सर्च इंजन क्यों नहीं बनाना चाहता है।
इतने करोड़ में हुई डील
खबर है कि Apple और Google के बीच करीब 1.7 लाख करोड़ रुपए की डील हो रही है। यानी की Apple iPhone में Google search डिफॉल्ट होगा। सर्च इंजन की दुनिया में Google सबसे बड़ा खिलाड़ी है। इसलिए पूरी दुनिया की नजर Apple और Google के बीच होने वाली इस डील पर है।
सर्च इंजन नहीं बनाने के पीछे है ये तीन कारण
कोर्ट में दाखिल एक फाइलिंग में Apple के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट एडी क्यू ने बताया कि Apple अपना खुद का सर्च इंजन क्यों नहीं बनाना चाहता है। एडी ने ऐसा ना करने के पीछे तीन कारण बताए हैं, जो Apple को सर्च इंजन बनाने से रोकते हैं।
Apple अन्य क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करता है: Apple ने अपनी अधिकांश एनर्जी और रिसोर्स अन्य क्षेत्रों, जैसे कि iPhone, iPad, Mac और अन्य सेवाओं में लगाए हैं। सर्च इंजन को बनाने के लिए अधिक धन और समय की जरूरत होगी, जो Apple के लिए लाभदायक नहीं होगा।
AI का तेजी से विकास: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्षेत्र में अब काफी बदलाव हो रहे हैं, जिसके कारण सर्च इंजन को बेहतर बनाने के लिए काफी मेहनत और रिसोर्स की जरूरत होगी। Apple को इस पर ध्यान देने के बजाय दूसरे क्षेत्रों में निवेश करना ज्यादा फायदेमंद लगता है।
एडवर्टाइजमेंट मॉडल: Apple को सर्च इंजन बनाने के लिए एक ऐसा प्लेटफॉर्म बनाना होगा, जहां कंपनियां एडवर्टाइजमेंट दे सकें, जो Apple का मुख्य व्यवसाय नहीं है। Apple सिर्फ प्राइवेसी और सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित करता है, जबकि सर्च इंजन एडवर्टाइजमेंट में प्राइवेसी और टारगेटेड विज्ञापन प्रमुख भूमिका निभाते हैं। ऐसे में Apple को एक नई टीम और इंफ्रास्ट्रक्चर की आवश्यकता होगी, जो उसे सही नहीं लगता।