Ray Dalio: अमेरिका के जाने-माने हेज फंड मैनेजर और ब्रिजवॉटर एसोसिएट्स के पूर्व सीईओ रे डालिओ ने एक बार फिर क्रिप्टोकरेंसी पर बड़ा बयान दिया है। उनका कहना है कि अमेरिकी डॉलर और अन्य रिजर्व करेंसीज पर बढ़ते कर्ज के दबाव के कारण निवेशक अब Crypto और सोने को बेहतर ऑप्शन मान रहे हैं।
अमेरिकी निवेशक रे डालिओ ने कहा कि डॉलर और अन्य करेंसीज पर कर्ज का दबाव बढ़ रहा है। ऐसे हालात में क्रिप्टो और सोना निवेशकों के लिए सुरक्षित विकल्प बनते जा रहे हैं।
उन्होंने यह बयान तब दिया जब उनके एक इंटरव्यू को गलत तरीके से प्रस्तुत किया गया। डालिओ ने सोशल मीडिया पर सफाई दी कि उनके जवाबों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया। उन्होंने असली सवाल और जवाब शेयर करते हुए कहा कि ‘मेरे पास या तो चुप रहने का विकल्प था या फिर सच्चाई और निष्पक्ष विश्लेषण सामने रखने का। मेरे लिए खामोश रहना सबसे बड़ा खतरा है।‘
Crypto की सबसे बड़ी ताकत
डालिओ का मानना है कि क्रिप्टोकरेंसी की सीमित सप्लाई ही उसे मजबूत बनाती है। उनका कहना है कि अगर डॉलर की सप्लाई लगातार बढ़ती रही या उस पर भरोसा घटा तो Crypto एक आकर्षक वैकल्पिक करेंसी बन सकती है।
उन्होंने चेतावनी दी कि ज्यादातर सरकारी करेंसी जिन पर सरकारों का भारी कर्ज है समय के साथ अपनी वैल्यू खो देंगी। डेलिओ ने इतिहास का उदाहरण देते हुए बताया कि 1930–40 और 1970–80 के दशक में भी कई मुद्राएं इसी तरह कमजोर हुई थीं।
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सोना और Crypto की बढ़ती चमक
डेलिओ ने यह भी कहा कि रिजर्व करेंसीज रखने वाली सरकारों के कर्ज हालात उनकी विश्वसनीयता पर असर डाल रहे हैं। यही वजह है कि हाल के सालों में सोना और क्रिप्टोकरेंसी की कीमतों में तेजी देखी जा रही है।
Stablecoins पर विचार
Stablecoins के बारे में डेलिओ का कहना है कि उनके पास मौजूद अमेरिकी ट्रेजरी बांड फिलहाल कोई बड़ा संकट पैदा नहीं करेंगे। हालांकि, अगर ट्रेजरी की असली वैल्यू घटती है तो यह चिंता की बात जरूर है। उनका मानना है कि जब तक Stablecoins सही नियमों के तहत चलते हैं तब तक कोई गंभीर जोखिम नहीं है।
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