जानिए क्यों स्मार्ट इन्वेस्टर इस Coin पर कर रहें है इन्वेस्ट

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जानिए क्यों स्मार्ट इन्वेस्टर इस Coin पर कर रहें है इन्वेस्ट
June 20, 2025

जब आप Crypto मार्केट मेच्योर हैं, तो सिर्फ Viral Coins में इन्वेस्टमेंट करना समझदारी नहीं है। Neo Pepe Coin एक ऐसा प्रोजेक्ट है, जो MEME एनर्जी को गंभीर Crypto इनोवेशन के साथ जोड़ता है।

Pepe Coin vs Neo Pepe Coin : MEME Coins की दुनिया में PEPE Coin ने तहलका मचा दिया था। सोशल मीडिया पर वायरल हुए इस कॉइन ने बहुत से लोगों को जल्द ही मुनाफा दिया है, लेकिन 2025 तक आते-आते मार्केट का मिजाज बदल चुका है। अब समझदार इन्वेस्टर वायरल होने वाले कॉइन्स से हटकर उन प्रोजेक्ट्स में पैसा लगा रहे हैं, जो स्टॉन्ग स्टक्चर, ट्रांसपैरेंसी और लॉन्ग-टर्म स्ट्रेटेजी के साथ आगे बढ़ रहे हैं। इस बीच Neo Pepe Coin ($NEOP) का नाम सामने आया है।

क्यों छोड़ रहे हैं ट्रेडर्स Pepe Coin?

Pepe Coin अब पुराना MEME Coin बन चुका है। इसकी ग्रोथ भी अब काफी कम हो गई है। इसकी कोई ठोस रोडमैप नहीं है, न ही कोई ट्रेजरी मैनेजमेंट सिस्टम। वहीं, इसके उलट, Neo Pepe Coin एक डिसेंट्रलाइज्ड ऑटोनॉमस ऑर्गेनाइजेशन के जरिए चलाया जा रहा है, जिसमें पूरी ट्रेजरी पर समुदाय का कंट्रोल है। Neo Pepe Coin की प्रीसेल पहले ही 1.3 मिलियन डॉलर का आंकड़ा पार कर चुकी है और अब यह स्टेज 4 में पहुंच चुकी है। इससे यह बात साफ है कि इन्वेस्टरों का इसपर भरोसा बढ़ता जा रहा है।

Neo Pepe Coin क्यों है खास?

Neo Pepe Coin सिर्फ MEME coin नहीं है। इसमें कुछ ऐसे फीचर्स हैं, जो इसे बाकी कॉइन्स से काफी अलग बनाते हैं। आइए जानते हैं।

  • ट्रांसपैरेंसी ट्रेजरी मैनेजमेंट: इसमें किसी डेवलपर का एकाधिकार नहीं है, पूरा फंड एक DAO सिस्टम के तहत चलता है।
  • ऑन-चेन गवर्नेंस: हर बड़ा फैसला कम्युनिटी के वोट से होता है, जिससे हर इन्वेस्टर की भागीदारी सुनिश्चित होती है।
  • डिफ्लेशनरी टोकनोमिक्स: हर ट्रांजैक्शन पर 5% फीस लगती है, जो ट्रेजरी में जाती है। इससे टोकन की मांग बढ़ती है और सप्लाई कंट्रोल में रहती है।
  • फेज्ड प्रीसेल स्ट्रक्चर: NeoPepe की प्रीसेल को स्टेज वाइज डिजाइन किया गया है, जिससे शुरुआती इन्वेस्टरों को अच्छा रिटर्न मिलने की संभावना रहती है।

इन्वेस्टर क्यों कर रहे हैं बदलाव?

Telegram और Discord जैसे Crypto कम्युनिटी प्लेटफॉर्म्स पर एक्टिव एक्सपीरियंस ट्रेडर्स खुलकर कह रहे हैं कि वह Pepe Coin को बेचकर Neo Pepe Coin में इन्वेस्ट कर रहे हैं। इसकी वजह साफ है कि Pepe Coin के पास अब न तो कोई नया प्लान है और न ही कोई गवर्नेंस मॉडल, जबकि Neo Pepe Coin में इन्वेस्ट करने वालों को पूरी ट्रांसपैरेंसी और कंट्रोल मिलता है। Neo Pepe Coin के प्रीसेल में 45% टोकन सिर्फ प्रीसेल पार्टिसिपेंट्स के लिए रिजर्व हैं। इससे इन्वेस्टरों में विश्वास बनता है कि डेवलपर्स के पास कोई छुपा हुआ कंट्रोल नहीं है।

Crypto व्लॉग की राय

हाल ही में एक प्रसिद्ध Crypto Vlog ने Neo Pepe Coin की प्रीसेल पर एक वीडियो पोस्ट किया है, जिसमें उन्होंने इसकी गवर्नेंस स्ट्रक्चर, ऑटो-लिक्विडिटी सिस्टम और ट्रांजैक्शन फी मॉडल की तारीफ की है। हालांकि, वीडियो में उन्होंने सावधानी बरतने की भी सलाह दी है।

Ragini Sinha

5 साल के अनुभव के साथ मैंने मीडिया जगत में कंटेट राइटर, सीनियर कंटेंट राइटर, मीडिया एनालिस्ट और प्रोग्राम प्रोड्यूसर के तौर पर काम किया है। बिहार चुनाव और दिल्ली चुनाव को मैंने कवर किया है। अपने काम को लेकर मुझे पुरस्कार से सम्मानित भी किया जा चुका है। काम को जल्दी सीखने की कला मुझे औरों से अलग बनाती है।

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