क्या सच में बाजार में घूम रहे हैं नकली बिटकॉइन? जानिए Adam Back ने क्या कहा और क्यों बहस तेज हो गई है
Paper Bitcoin: Bitcoin को लेकर एक नई बहस सोशल मीडिया पर तेज हो गई है, जिसे ‘Paper Bitcoin’ यानी नकली बिटकॉइन कहा जा रहा है। दावा किया जा रहा है कि बाजार में असली 21 मिलियन Bitcoin की लिमिट के बाहर कुछ आर्टिफिशियल या फर्जी Bitcoin मौजूद हैं, जिनकी वजह से डिमांड बढ़ने के बावजूद कीमत स्थिर बनी हुई है।
हालांकि, Bitcoin तकनीक से जुड़े प्रमुख व्यक्ति और Hashcash के डेवलपर Adam Back ने इस दावे को सिरे से खारिज कर दिया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर कहा कि जो भी बड़ी संस्थाएं Bitcoin खरीद रही हैं, वे अपनी खरीदी हुई राशि को सुरक्षित कस्टोडियन के पास जमा करवा रही हैं। यानी वो असली Bitcoin की डिलीवरी ले रही हैं, न कि किसी नकली सिस्टम का हिस्सा हैं।
Lawrence Lepard का विरोध
हालांकि, निवेश प्रबंधक के लेखक Lawrence Lepard इससे सहमत नहीं हैं। उन्होंने कहा कि Paper Bitcoin बिल्कुल असली समस्या है और इसके पर्याप्त संकेत बाजार में मौजूद हैं। उन्होंने लिखा ये छिपा हुआ नहीं है। Binance जैसे एक्सचेंज पर 12 बिलियन डॉलर की perpetual futures डील्स चल रही हैं। दुनियाभर में ये आंकड़ा 30 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया है। ये सब Paper Bitcoin है और लगातार बढ़ रहा है।
Lepard का मानना है कि Futures मार्केट में जो BTC ट्रेंड कर रहा है, वो फिजिकल Bitcoin नहीं है। इस तरह के derivatives के जरिए खरीदे गए Bitcoin की असल में कोई डिलीवरी नहीं होती और ये Paper Bitcoin की अवधारणा को मजबूत करते हैं।
सोशल मीडिया पर बहस तेज
इस महीने सोशल मीडिया पर Paper Bitcoin को लेकर काफी चर्चाएं हुई हैं। कई बिटकॉइनर्स का मानना है कि अगर डिमांड वाकई इतनी ज्यादा है, जितनी बताया जा रहा है, तो बिटकॉइन की कीमत 100,000 डॉलक के पार हो जानी चाहिए थी, लेकिन Adam Back बार-बार इस थ्योरी को खारिज करते रहे हैं। उनका कहना है कि अगर इतनी बड़ी मात्रा में नकली BTC मार्केट में होता, तो उसे छिपाना बेहद मुश्किल होता, खासकर एक पारदर्शी और ट्रैक होने वाले सिस्टम में जैसे कि बिटकॉइन का नेटवर्क।