चिराग पर 166 करोड़ की Crypto ठगी करने का आरोप है। यह कार्रवाई पैसे की हेराफेरी रोकने के कानून के तहत की गई है।
Chirag Tomar: भारत की ED ने चिराग तोमर और उसके परिवार से जुड़ी 42.8 करोड़ की संपत्ति जब्त कर ली है। चिराग इस समय अमेरिका की जेल में है। उन पर 166 करोड़ की Crypto ठगी करने का आरोप है। यह कार्रवाई पैसे की हेराफेरी रोकने के कानून के तहत की गई है।
कैसे हुई ठगी?
ED की रिपोर्ट के मुताबिक, चिराग तोमर ने Coinbase जैसी असली Crypto वेबसाइट की नकल करके नकली वेबसाइटें बनाई हैं। ये फर्जी वेबसाइटें Google Search में ऊपर दिखती थीं। लोग इन्हें असली समझकर अपना पासवर्ड डालते थे लेकिन लॉगिन नहीं होता था।
जब लोग वेबसाइट पर दिए कॉल सेंटर नंबर पर फोन करते थे तो वह चिराग के फर्जी कॉल सेंटर से जुड़ जाता थी। वहां से उनकी इन्फोर्मेशन लेकर उनका Crypto वॉलेट हैक कर लिया जाता था और सारा पैसा निकाल लिया जाता था।
600 करोड़ की धोखाधड़ी
ED के अनुसार, इस स्कैम से चिराग ने करीब 600 करोड़ की Cryptocurrency चुराई है। इन पैसों को ऑनलाइन बेचकर भारतीय रुपयों में बदला गया। चिराग ने ये पैसा अपने और परिवार के बैंक खातों में डाला। इस रकम से चिराग और उसके परिवार ने दिल्ली में महंगे फ्लैट्स खरीदे, लैम्बॉर्गिनी और पोर्श जैसी गाड़ियां, महंगी घड़ियां और विदेश यात्राएं की।
READ MORE: https://hindi.analyticsinsight.net/cryptocurrency/sec-crypto-team-begins-high-profile-meetings/
https://hindi.analyticsinsight.net/cryptocurrency/sequans-communications-bought-new-755-bitcoins/
अमेरिका में मिली सजा
2024 में अमेरिका की कोर्ट ने चिराग को दोषी मानते हुए 5 साल की सजा सुनाई थी। इसके बाद फरवरी 2025 में ED ने दिल्ली और मुंबई में छापे मारकर उनके कई और संपत्तियों का पता लगाया। फिलहाल, ED विदेशों के साथ मिलकर कार्रवाई कर रही है और डिजिटल फ्रॉड रोकने के लिए नए नियम बनाए जा रहे हैं।