CoinDCX के को-फाउंडर और CEO सुमित गुप्ता ने बताया कि हमने सबसे पहले यही ध्यान रखा कि यूजर्स का भरोसा बना रहे और उनके पैसे पूरी तरह सुरक्षित रहें।
CoinDCX : भारत की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी कंपनी CoinDCX ने एक बार फिर से अपनी सर्विस शुरू कर दी है। 13 जून को कंपनी में 300 करोड़ का बड़ा साइबर हमला हुआ था, लेकिन अच्छी खबर यह है कि किसी भी यूजर के पैसे नहीं गए। यह चोरी CoinDCX के अपने सिस्टम से नहीं बल्कि दूसरी कंपनी BitGo के वॉलेट सिस्टम में गड़बड़ी की वजह से हुई थी।
CEO ने क्या कहा?
CoinDCX के को-फाउंडर और CEO सुमित गुप्ता ने बताया कि हमने सबसे पहले यही ध्यान रखा कि यूजर्स का भरोसा बना रहे और उनके पैसे पूरी तरह सुरक्षित रहें। किसी का भी पैसा रोका नहीं गया और सभी withdrawal पूरे किए गए है। उन्होंने यह भी कहा कि यह घटना उनके लिए एक बड़ा सबक था और कंपनी इसकी पूरी जिम्मेदारी लेती है।
मामले से जुड़ा इंजीनियर गिरफ्तार
30 जुलाई को बेंगलुरु साइबर क्राइम पुलिस ने शुभम आनंद नाम के CoinDCX के एक 30 साल के सॉफ्टवेयर इंजीनियर को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस का आरोप है कि शुभम ने कंपनी के सिस्टम में छेड़छाड़ कर पैसे दूसरी जगह ट्रांसफर करने में मदद की थी। फिलहाल, पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।
लोगों का भरोसा अभी भी कायम
इतनी बड़ी घटना के बावजूद CoinDCX ने जुलाई में अब तक का सबसे ज्यादा ट्रेडिंग वॉल्यूम रिकॉर्ड किया है। इससे साफ है कि लोग अब भी कंपनी पर भरोसा कर रहे हैं।
CoinDCX की कब हुई थी शुरूआत
CoinDCX की शुरुआत 2018 में मुंबई से हुई थी। आज यह भारत की करीब 80% Crypto मार्केट को कंट्रोल करती है। कंपनी के पास 10,000 करोड़ से ज्यादा की Crypto प्रोपर्टी है और सालाना कमाई 1,179 करोड़ से भी ज्यादा है।
अब CoinDCX का सपना है कि वो भारत की पहली Crypto डेकाकॉर्न बने। कंपनी को उम्मीद है कि अगर सरकार की तरफ से साफ नियम मिल जाएं तो वह जल्द ही इस मुकाम पर पहुंच सकती है।