CBOE ने 19b-4 नियम में बदलाव का सुझाव दिया है, जिससे क्रिप्टो ETF को एक जनरल फ्रेमवर्क के तहत लिस्ट किया जा सकेगा।
Crypto ETF: क्रिप्टो निवेशकों के लिए एक बड़ी राहत की खबर आई है। अमेरिका की प्रमुख ऑप्शंस एक्सचेंज CBOE ने SEC को एक नया प्रस्ताव भेजा है, जिससे क्रिप्टो ETF को मंजूरी देने की प्रक्रिया काफी आसान और तेज हो सकती है।
क्या है प्रस्ताव की खास बात
CBOE ने 19b-4 नियम में बदलाव का सुझाव दिया है, जिससे क्रिप्टो ETF को एक जनरल फ्रेमवर्क के तहत लिस्ट किया जा सकेगा। इसका मतलब यह है कि अब हर बार किसी नए ETF के लिए अलग-अलग मंजूरी की जरूरत नहीं पड़ेगी। अगर कंपनियां तय मानकों को पूरा करती हैं तो वे सीधे ETF लॉन्च कर सकेंगी।
अभी की स्थिति क्या है
फिलहाल, किसी भी क्रिप्टो ETF को SEC से मंजूरी मिलने में लगभग 180 दिन या उससे ज्यादा समय लग जाता है। लेकिन अगर यह नया नियम लागू होता है, तो यही प्रक्रिया घटकर सिर्फ 75 दिनों में पूरी हो सकती है।
विशेषज्ञों की राय
ETF विशेषज्ञ जेम्स सेफार्ट ने इसे एक बड़ा बदलाव बताया है। उनके अनुसार यह कदम अमेरिका में डिजिटल एसेट्स से जुड़े ETFs को लॉन्च करने के तरीके को पूरी तरह से बदल सकता है।
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किसे होगा सबसे ज्यादा फायदा
अगर यह प्रस्ताव पास हो जाता है तो सिर्फ Bitcoin और Ethereum ETF ही नहीं बल्कि Solana और XRP जैसे दूसरे क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े ETFs भी जल्दी बाजार में आ सकते हैं। जानकारों का मानना है कि Solana ETF अक्टूबर तक लॉन्च हो सकता है और XRP ETF भी इसी मॉडल के तहत जल्द ही आ सकता है।