Startup Funding 2025: 2025 भारत के टेक्नोलॉजी स्टार्टअप इकोसिस्टम के लिए बेहद खास रहा। इस साल भारतीय स्टार्टअप्स ने कुल 10.5 अरब डॉलर की फंडिंग जुटाई है। इसके साथ ही भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा टेक स्टार्टअप फंडिंग हब बन गया है। इस रैंकिंग में भारत ने चीन और जर्मनी को पीछे छोड़ दिया है, जबकि अमेरिका पहले और यूनाइटेड किंगडम दूसरे स्थान पर रहे।
2025 में भारतीय स्टार्टअप्स ने 10.5 अरब डॉलर की फंडिंग जुटाकर दुनिया में तीसरा स्थान हासिल किया है, जानिए किन सेक्टर्स और शहरों ने बाजी मारी।
बड़ी फंडिंग डील्स ने दिखाई ताकत
2025 में भारत ने 100 मिलियन डॉलर या उससे ज्यादा की 14 मेगा फंडिंग डील्स देखीं। इनमें Erisha E Mobility, Zepto और GreenLine जैसे स्टार्टअप्स सबसे आगे रहे। इससे यह साफ हुआ कि इलेक्ट्रिक व्हीकल, क्विक कॉमर्स और लॉजिस्टिक्स सेक्टर में निवेशकों का भरोसा लगातार बढ़ रहा है।
शुरुआती स्टार्टअप्स को भी मिला मजबूत सपोर्ट
सिर्फ बड़े स्टार्टअप ही नहीं, बल्कि अर्ली-स्टेज स्टार्टअप्स को भी 2025 में अच्छा निवेश मिला है। इस सेगमेंट में फंडिंग बढ़कर 3.9 डॉलर अरब हो गई है, जो 2024 की तुलना में 7% ज्यादा है। यह दिखाता है कि निवेशक नए आइडियाज और युवा कंपनियों पर भी भरोसा जता रहे हैं।
इन सेक्टर्स में सबसे ज्यादा निवेश
इस साल एंटरप्राइज एप्लिकेशन, रिटेल और फिनटेक सबसे ज्यादा फंडिंग पाने वाले सेक्टर्स रहे। इससे भारत में डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन और फाइनेंशियल इन्क्लूजन की दिशा और मजबूत हुई है।
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महिला सह-संस्थापकों के लिए बड़ी उपलब्धि
2025 की खास बात यह रही कि महिला सह-संस्थापकों वाले स्टार्टअप्स ने 1 अरब डॉलर की फंडिंग जुटाई है। यह भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम में महिलाओं की भागीदारी को लेकर एक बड़ा मील का पत्थर माना जा रहा है।
IPO, अधिग्रहण और नए यूनिकॉर्न
2025 में भारत में 136 अधिग्रहण, 42 IPOs और 5 नए यूनिकॉर्न जुड़े हैं। इससे यह साबित हुआ कि भारत अब सिर्फ स्टार्टअप शुरू करने का नहीं, बल्कि कंपनियों को बड़ा बनाने और एग्जिट देने वाला मजबूत बाजार भी बन चुका है।
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बेंगलुरु और मुंबई बने स्टार्टअप हब
हमेशा की तरह बेंगलुरु और मुंबई भारत के सबसे बड़े स्टार्टअप हब बने रहे और सबसे ज्यादा निवेश इन्हीं शहरों में आया है। अब सभी की नजरें 2026 पर हैं, जहां AI, इलेक्ट्रिक व्हीकल्स और फिनटेक इनोवेशन भारत को नई ऊंचाइयों तक पहुंचा सकते हैं।
