ग्लोबल नेटवर्क रेडीनेस इंडेक्स में भारत 49वें स्थान पर पहुंच गया है। यह उपलब्धि सरकार की कई डिजिटल पहलों को लेकर हुई है।
Network Readiness Index 2024: टेक्नोलॉजी और इनोवेशन के मामले में भारत ने लंबी छलांग लगाई है क्योंकि भारत की रैंकिंग में 11 पायदान का उछाल देखने को मिला है। ऐसे में भारत की रैंकिंग अब 49वीं हो गई है। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने शनिवार को इसकी जानकारी दी है। नेटवर्क रीडनेस इंडेक्ट 2024 के मुताबिक ग्लोबल स्तर पर भारत की रैंकिंग में सुधार हुआ है। यह रैंकिंग पोर्टुलन्स इंस्टीट्यूट ने जारी की है। मंत्री के मुताबिक यह रैंकिंग सरकार के बेहतर शासन, नागरिक जुड़ाव और ओवरऑल इंपैक्ट को को दर्शाती है।
भारत की ग्लोबल रैंकिग में सुधार
मंत्री के अनुसार, 2023 में भारत की रैंकिंग 60 हुआ करती थी, उस समय स्कोर 49.93 था। 2024 में भारत ने 11 पायदान के सुधार के साथ 49वीं रैंक हासिल की। इस दौरान भारत का स्कोर 53.63 था। उन्होंने कहा कि यह भारत के डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर को दर्शाता है।
मोबाइल इंटरनेट रैंकिंग में भी सुधार
पिछले कुछ सालों में भारत में मोबाइल इंटरनेट और ब्रॉडबैंड रैंकिंग में सुधार हुआ है। इसके अलावा भारत ने तेजी से 4G सेवा शुरू की है साथ ही देश में 5G सेवा भी शुरू की है। सरकार ने ऑप्टिकल फाइबर के साथ एयर फाइबर के जरिए हर गांव तक इंटरनेट पहुंचाने का लक्ष्य रखा है। सरकार की इस योजना को भारतनेट के नाम से जाना जाता है।
AI की तरफ सरकार का फोकस
सरकार ने AI की दिशा में भी अपना कदम बढ़ाया है। देश में स्वदेशी तकनीक आधारित 4G और 5G सेवाएं शुरू की जा रही हैं। अधिकतर सरकारी योजनाएं डिजिटल माध्यम से उपलब्ध कराई जा रही हैं। इसके अलावा मेडिकल से लेकर अन्य सभी काम डिजिटल माध्यम से किए जा रहे हैं।
ऑनलाइन पेमेंट रैंकिंग में भी भारत आगे
भारत ने ऑनलाइन पेमेंट के क्षेत्र में अद्भुत इनोवेशन किया है। देश के नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया द्वारा UPI सिस्टम लॉन्च किया गया। इनमें PhonePe, Google Pay, Paytm जैसे ऑनलाइन पेमेंट हैं। आज भारत में बड़े पैमाने पर ऑनलाइन पेमेंट किया जा रहा है।