Email Safe feature: एहसास किजिए उस पल को जब मेल भेजना कहीं और गलती से जब ‘Send’ बटन दबाते चला कहीं और जाए तो दिल की धड़कन तेज हो जाती है। एक सेकंड के भीतर महसूस होता है कि Email गलत व्यक्ति को चला गया, अटैचमेंट जोड़ना भूल गए या फिर कोई बड़ी टाइपिंग गलती रह गई। लेकिन विकल्प सिवाय कुछ दिखता नहीं रहता है। ऐसे समय में Gmail का Undo Send फीचर किसी सुरक्षा कवच की तरह काम करता है।
जानिए Gmail के उस फीचर के बारे में जो ईमेल भेजते ही आपको कुछ सेकंड में गलती रोकने और मैसेज वापस खींचने का मौका देता है।
कुछ ही सेकेंड के लिए दिखता Undo नोटिफिकेशन
Undo Send आपकी भेजी गई गलती को दुनिया तक पहुंचने से पहले ही रोक देता है। यह फीचर ईमेल को तुरंत भेजने के बजाय कुछ सेकंड होल्ड पर रखता है, जिससे यूजर को दोबारा सोचने और ईमेल को वापस खींचने का मौका मिलता है। Undo पर टैप करते ही ईमेल दोबारा ड्राफ्ट में बदल जाता है। जहां आप उसे एडिट कर सकते हैं, ठीक कर सकते हैं या चाहे तो पूरी तरह डिलीट भी कर सकते हैं। ईमेल भेजते ही स्क्रीन के नीचे दिखाई देने वाला Undo नोटिफिकेशन अक्सर कुछ ही सेकंड तक रहता है।
गलती से बचने का मिलता है दूसरा मौका
Undo Send यह समझते हुए बनाया गया है कि Digital Communication की तेज रफ्तार में इंसान से गलती होना स्वाभाविक है, लेकिन हर गलती इतनी बड़ी हो सकती है कि उसे रोकना जरूरी बन जाता है। इस फीचर का सबसे बड़ा फायदा यह है कि Gmail खुद यूजर को उस गलती से बचने का दूसरा मौका देता है, जो उसके पूरे कामकाज को प्रभावित कर सकता है।
READ MORE- 183 मिलियन Gmail अकाउंट हैक! देखें पूरी लिस्ट
बढ़ा सकते हैं Undo Send का समय
Undo Send का समय बढ़ाना भी बेहद समझदारी भरा कदम है। Gmail Settings में जाकर यूजर 5, 10, 20 या 30 सेकंड में से कोई भी विकल्प चुन सकता है। समय जितना अधिक होगा, गलती को पकड़कर ईमेल रोकने का उतना ही बड़ा अवसर मिलेगा। कई बार व्यस्त माहौल में, मीटिंग के बीच, या मल्टीटास्किंग के दौरान ईमेल भेजते समय फोकस पूरी तरह नहीं रह पाता। ऐसे में 30 सेकंड का बफर टाइम ईमेल को गलती के साथ सामने जाने से बचा सकता है। देखा जाए तो यह फीचर एक तरह से यूजर को मानसिक सुरक्षा भी प्रदान करता है।
READ MORE- दुनिया भर में बढ़ा स्पाइवेयर खतरा, ऐपल- गूगल ने दी चेतावनी! जानें बचने के टिप्स
आखिर क्यों है इस फीचर का इतना महत्व
डिजिटल दौर में हर मैसेज, हर ईमेल और हर क्लिक का असर बरकरार रहता है। एक गलती कितना बड़ा फेरा में डाल सकता है इसका अंदाजा लगाना मुश्किल हो जाता है। इसलिए कह सकते है कि यह महज एक फीचर नहीं रह गया है यह तो प्रोफेशनल जीवन का अनिवार्य हिस्सा बन चुका है।.
