PGI CEO Bitcoin Fraud: Cryptocurrency बाजार में धोखाधड़ी का एक बड़ा मामला सामने आया है। प्रेटोरियन ग्रुप इंटरनेशनल (PGI) के सीईओ रामिल वेंचुरा पालाफॉक्स ने करीब 1,600 करोड़ रुपये की Ponzi Scheme चलाने का अपराध स्वीकार कर लिया है। उन पर वायर फ्रॉड और मनी लॉन्ड्रिंग के गंभीर आरोप लगे हैं। पालाफॉक्स ने 90,000 से ज्यादा निवेशकों को गुमराह किया जिससे कुल 62 मिलियन डॉलर से अधिक का नुकसान हुआ।
Bitcoin फ्रॉड का बड़ा खुलासा! PGI के सीईओ ने निवेशकों को झांसा देकर करोड़ों डॉलर की Ponzi Scheme चलाई। अब उन्हें भारी जुर्माना और 40 साल तक की जेल का सामना करना पड़ सकता है।
अमेरिकी न्याय विभाग (DOJ) के अनुसार, 2019 से 2021 तक पालाफॉक्स ने PGI को एक Bitcoin ट्रेडिंग कंपनी बताकर प्रचार किया। उन्होंने निवेशकों को भरोसा दिलाया कि उन्हें 0.5% से 3% तक रोजाना गारंटीड रिटर्न मिलेगा लेकिन असल में कंपनी का कोई वैरिफाइड ट्रेडिंग कारोबार नहीं था। यह पूरा सिस्टम क्लासिक Ponzi Scheme पर आधारित था जिसमें नए निवेशकों से लिए गए पैसे से पुराने निवेशकों को भुगतान किया गया।
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फिजूलखर्ची और शौक
जांच में सामने आया कि पालाफॉक्स ने कम से कम 6 मिलियन डॉलर निजी खर्चों पर उड़ा दिए। उन्होंने 20 लग्जरी कारें, महंगे कपड़े खरीदे और करीब $3.29 लाख लग्जरी घर और होटल में खर्च किए। इसके अलावा, उन्होंने लगभग $800k और 100 Bitcoin अपने एक परिवार सदस्य को ट्रांसफर किए।
सजा और आगे का रास्ता
अपने प्ली एग्रीमेंट के तहत पालाफॉक्स ने निवेशकों को 62.69 मिलियन डॉलर वापस करने की सहमति दी है। अब उन्हें अधिकतम 40 साल तक की जेल हो सकती है। उनकी सजा का ऐलान 3 फरवरी 2026 को किया जाएगा।
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निवेशकों के लिए सबक
यह केस बताता है कि क्रिप्टो मार्केट में फ्रॉड और Ponzi Scheme का खतरा लगातार बढ़ रहा है। हाल ही में SEC और Nasdaq ने IPO फ्रॉड को रोकने के लिए नियम सख्त किए हैं। वहीं, Voyager Digital के पूर्व CEO पर भी 750,000 डॉलर का जुर्माना लगाया गया है। निवेशकों को चाहिए कि किसी भी स्कीम में निवेश करने से पहले पूरी जांच-पड़ताल और रिसर्च जरूर करें।