सरकार पांच साल का एक ऐसा प्रयोग करना चाहती है जिसके तहत बिजली उत्पादक कंपनियां अपनी बची हुई या बेकार बिजली का यूज ने Bitcoin Mining के लिए कर सकेंगी।
Bitcoin Mining: फ्रांस सरकार ने Bitcoin Mining को लेकर एक अनोखा कदम उठाने की उठाने जा रही है। देश में सरकार पांच साल का एक ऐसा प्रयोग करना चाहती है जिसके तहत बिजली उत्पादक कंपनियां अपनी बची हुई या बेकार बिजली का यूज ने Bitcoin Mining के लिए कर सकेंगी। इस प्रपोजल का मकसद बिजली ग्रिड को स्थिर बनाना, अनावश्यक एनर्जी को बेकार जाने से रोकना और इससे आर्थिक लाभ उठाना है।
सरकार ने यह प्लानिंग 11 जुलाई को संसद में पेश किए गए एक बिल के जरिए बताई थी। इस बिल में न्यूक्लियर और रिन्यूएबल एनर्जी से पैदा हुई एक्सट्रा बिजली के यूज पर फोकस किया गया है, ताकि उसे घाटे में बेचने के बजाय फायदे के लिए यूज किया जा सके।
बिल की इम्पोर्टेंट बातें
- अनुच्छेद I के अनुसार बिजली उत्पादक कंपनियां अपनी एक्सट्रा बिजली का यूज फ्रांस या यूरोपीय यूनियन में स्थित Crypto Mining कंपनियों को सप्लाई करके कर सकती हैं।
- अनुच्छेद III के तहत पुराने इंडस्ट्रीयल साइट को माइनिंग सेंटर में बदला जा सकता है। इसके अलावा माइनिंग के दौरान निकलने वाली गर्मी का यूज घर, ग्रीनहाउस या इंडस्ट्री को गर्म करने में किया जा सकता है।
- यह माइनिंग फ्लेक्सिबल तरीके से की जाएगी। इसक मतलब यह हुआ कि जब बिजली अधिक होगी तभी ये मशीनें चलेंगी जिससे आम कस्टमर्स की सप्लाई प्रभावित नहीं होगी।
- सरकार का अनुमान है कि अगर सिर्फ 1 गीगावाट बिजली माइनिंग के लिए यूज की जाए तो सालाना 100 से 150 मिलियन डॉलर तक की कमाई हो सकती है।
हालांकि, कुछ आलोचक इसे पर्यावरण के लिए जोखिम भरा मान रहे हैं और एनर्जी रिसोर्स के दुरुपयोग की भी आशंका जता रहे हैं। सरकार ने यह भी साफ किया है कि इस प्रयोग की पूरी निगरानी की जाएगी और अगले पांच साल के बाद एक रिपोर्ट संसद में पेश की जाएगी।