ईरान और इजराइल के बीच युद्ध में खतरनाक और ताकतवर मिसाइल Khorramshahr-4 का भी इस्तेमाल किया गया। बता दें कि Khorramshahr-4 को Kheibar भी कहा जाता है।
Khorramshahr-4 Missile: मिडिल ईस्ट में हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। अमेरिका द्वारा ईरान की तीन अहम परमाणु साइट्स पर हमला करने के कुछ घंटों बाद, ईरान ने इजराइल पर एक के बाद एक मिसाइलों की बौछार कर दी। इस हमले में ईरान की सबसे खतरनाक और ताकतवर मिसाइल Khorramshahr-4 का भी इस्तेमाल किया गया। बता दें कि Khorramshahr-4 को Kheibar भी कहा जाता है।
हमले में कई लोग घायल
ईरानी मीडिया के मुताबिक, यह मिसाइल हमला 20वीं लहर था, जिसमें लगभग 40 मिसाइलें दागी गईं। इस हमले में इजराइल के बेन गुरियन एयरपोर्ट, बायोलॉजिकल रिसर्च सेंटर, लॉजिस्टिक बेस और कमांड सेंटर को निशाना बनाया गया। बताया जा रहा है कि हमले में 86 लोग घायल हुए हैं और कई इमारतों को भारी नुकसान पहुंचा है।
क्या है Khorramshahr-4 मिसाइल?
Khorramshahr-4 ईरान की सबसे मॉडर्न और खतरनाक बैलिस्टिक मिसाइलों में से एक है। यह एक लिक्विड फ्यूल से चलने वाली मीडियम रेंज मिसाइल है, जिसे ईरान की सरकारी डिफेंस कंपनी Aerospace Industries Organisation (AIO) ने बनाया है। इसका नाम 7वीं सदी में मुसलमानों द्वारा फतेह किए गए यहूदी किले Kheibar के नाम पर रखा गया है।
इस मिसाइल की पहली टेस्टिंग 2017 में हुई थी और उसी साल यह पहली बार पब्लिकली सैन्य परेड में दिखी। कुछ एक्सपर्ट का मानना है कि यह मिसाइल उत्तर कोरिया की Hwasong-10 से प्रेरित है, लेकिन इसमें कई तकनीकी बदलाव किए गए हैं।
कितनी घातक है ये मिसाइल?
Khorramshahr-4 की लंबाई लगभग 13 मीटर है और यह Mach 16 की स्पीड से उड़ सकती है। एटमॉस्फेयर में फिर से प्रवेश करने पर इसकी गति Mach 8 हो जाती है। इसकी रेंज लगभग 2,000 से 2,500 किलोमीटर तक हो सकती है और यह एकसाथ कई वारहेड ले जाने में कैपेबल है, जिनका कुल वजन 1,800 किलोग्राम तक हो सकता है।
यह मिसाइल 80 से ज्यादा अलग-अलग लक्ष्यों को एक ही हमले में निशाना बना सकती है। इसका वारहेड आखिरी चरण में अलग होकर बहुत तेजी और सटीकता से टारगेट पर गिरता है। इतनी तेज गति के कारण दुश्मन के एंटी-मिसाइल सिस्टम जैसे Iron Dome और David’s Sling के लिए इसे रोकना लगभग नामुमकिन होता है।