भारतीय मूल के इंजीनियर आकाश बोब्बा इन दिनों चर्चा में हैं। वे एलन मस्क द्वारा स्थापित ‘डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी’ से जुड़े हैं।
Who Is Akash Bobba: भारतीय मूल के इंजीनियर आकाश बोब्बा इन दिनों विवादों में घिरे हुए नजर आ रहे हैं। यह विवाद एलन मस्क द्वारा स्थापित DOGE से जुड़ा हुआ है। इस सरकारी एजेंसी ने हाल ही में 19 से 24 साल की आयु के 6 युवा इंजीनियरों की नियुक्ति की है। इन्हीं में से एक हैं आकाश बोब्बा जो 22 साल के हैं। ये नियुक्तियां इसलिए चर्चा में आई है क्योंकि इन युवा इंजीनियरों को सरकारी सिस्टम तक पहुंच दी गई है। कुछ एक्सपर्ट की मानें तो इतने कम एक्सपीरियंस वाले युवाओं को सरकार में इम्पोर्टेंट पदों पर रखना राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा पैदा कर सकता है। हालांकि, आलोचनाओं के बावजूद एक शानदार कोडर से सरकारी एजेंसी के इनसाइडर तक का बोब्बा का सफर बेहद प्रेरणादायक रहा है।
DOGE में शामिल होने से पहले आकाश बोब्बा ने टेक्नोलॉजी और AI के क्षेत्र में अपनी पहचान बनाई। उन्होंने UC Berkeley के प्रबंधन, एंटरप्रेन्योरशिप और टेक्नोलॉजी कार्यक्रम में पढ़ाई किया, जिसे फ्यूचर के टेक्नोलॉजी लीडर्स को तैयार करने के लिए डिजाइन किया गया है।
इन कंपनियों में किया इंटर्नशिप
अपने करियर की शुरुआत में आकाश बोब्बा ने Meta, Palantir और Bridgewater Associates जैसी कंपनियों में इंटर्नशिप भी की है। इन कंपनियों में उन्होंने AI, data analytics और financial modeling में विशेषज्ञता हासिल की है। आकाश बोब्बा को जो खास बनाती है वह है उनकी अद्भुत समस्या-समाधान क्षमता और कठिन परिस्थितियों में भी शांत रहने की उनकी क्षमता।
दोस्त ने शेयर की घटना
बोब्बा की प्रतिभा का एक बेहतरीन उदाहरण उनके Berkeley के दिनों की है। उनके एक सहपाठी चारिस झांग ने एक घटना साझा की है, जो उनकी गहरी समझ और तेज कोडिंग स्किल्स को दर्शाती है। चारिस झांग ने सोशल मीडिया पर लिखा है कि, हम एक प्रोजेक्ट पर काम कर रहे थे, और मैंने गलती से पूरी कोड फाइल डिलीट कर दी। मैं घबरा गया, लेकिन आकाश ने बस स्क्रीन की तरफ देखा, कंधे उचकाए और एक रात में पूरी कोडिंग फिर से लिख दी। पहले से भी बेहतर। हमने समय से पहले प्रोजेक्ट सबमिट किया और क्लास में प्रथम स्थान प्राप्त किया।
DODGE में युवा नयुक्ति पर विवाद
आकाश बोब्बा अकेले युवा इंजीनियर नहीं हैं, जिन्हें एलन मस्क की सरकारी एजेंसी में शामिल किया गया है। DOGE टीम में कुल 6 नए इंजीनियर शामिल हुए हैं, जिनमें से कई हाल ही में ग्रेजुएट हुए हैं या फिर कॉलेज के छात्र हैं। इन सभी को सरकारी ईमेल और हाई लेवल सिक्योरिटी दी गई है।
क्या कहते हैं आलोचक
लोगों का कहना है कि भले ही ये युवा बेहद टैलेंटेड हैं, लेकिन इनमें से किसी के पास सरकारी या पब्लिक सर्विस का अनुभव नहीं है। कुछ सिक्योरिटी एक्सपर्ट को चिंता है कि इन युवा इंजीनियरों को GSA और OPM जैसी एजेंसियों तक पहुंच देना नेशनल सिक्योरिटी के लिए खतरा हो सकता है।