क्या है Web Cookies? जानिए कैसे होती है आपकी हर बात नोट

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क्या है Web Cookies? जानिए कैसे होती है आपकी हर बात नोट
May 25, 2025

आज की डिजिटल दुनिया में हमारी हर क्लिक एक ट्रैक बन जाती है। ‘Allow Cookies’ पर किया गया क्लिक आपकी पूरी ऑनलाइन जिंदगी को किसी के लिए खुली किताब बना सकता है।

What is Web Cookies: जब भी आप किसी वेबसाइट पर जाते हैं, तो एक पॉप-अप सामने आता है। ‘हम आपकी बेहतर सेवा के लिए Cookies का उपयोग करते हैं। क्या आप इसे सहमत हैं’ । हम में से ज्यादातर लोग इसे बिना सोचे-समझे ‘Allow Cookies’ कर देते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं, ये छोटा-सा क्लिक आपकी प्राइवेसी को कितना बड़ा खतरा पहुंचा सकता है?

Cookies होती क्या हैं?

Cookies एक तरह की छोटी-छोटी फाइलें होती हैं, जो आपकी डिवाइस में सेव हो जाती हैं। जब आप किसी वेबसाइट को खोलते हैं। ये फाइलें उस वेबसाइट को आपकी आदतें और व्यवहार समझने में मदद करती हैं। जैसे आपने क्या सर्च किया, कहां क्लिक किया, आपने क्या पढ़ा, कहां रुके और आपने क्या खरीदा आदि।

कितनी तरह की होती हैं Cookies?

  • Session  Cookies: ये तब तक काम करती हैं जब तक आप वेबसाइट पर होते हैं। जैसे ही आप ब्राउजर बंद करते हैं, ये अपने-आप हट जाती हैं।
  • Persistent Cookies:ये आपके ब्राउजर में लंबे समय तक रहती हैं और वेबसाइट को बार-बार आपकी जानकारी देने का काम करती हैं।
  • Third-Party Cookies: ये सबसे ज्यादा खतरनाक मानी जाती हैं। इन्हें वही वेबसाइट सेव नहीं करती जिसे आपने खोला है, बल्कि किसी बाहर की विज्ञापन कंपनी या ट्रैकिंग एजेंसी द्वारा संग्रहीतकी जाती हैं।

Cookies जासूसी का नया तरीका है?

जब आपके द्वारा सर्च किया गया प्रोडक्ट, आप दूसरी वेबसाइट पर भी देखने लगते हैं, तो यह संयोग नहीं है। ये वही Cookies हैं, जो आपकी एक्टिविटी को रिकॉर्ड करके विज्ञापन कंपनियों तक पहुंचाती हैं। कभी-कभी इनमें लोकेशन, पासवर्ड, और यहां तक कि कुछ प्राइवेट जानकारियां भी सेव हो जाती हैं। अगर ये गलत हाथों में चली जाएं, तो आपकी प्राइवेसी खतरे में पड़ सकती है।

Cookies को कैसे करें मैनेज?

  • अपने ब्राउजर की सेटिंग्स में जाकर आप Cookies को ब्लॉक कर सकते हैं। समय-समय पर डिलीट कर सकते हैं।
  • वेबसाइट पर ‘Allow All पर क्लिक करने की बजाय, ‘Manage Cookies’ का ऑप्शन चुनें और परमिशन दें।
  • हर वेबसाइट की Privacy Policy जरूर पढ़ें। यह जानना जरूरी है कि आपकी जानकारी कहां और कैसे इस्तेमाल की जा रही है।

आज के दौर में जासूसी सिर पर टोपी और आंख पर चश्मा पहनकर नहीं होती। बल्कि वह आपके मोबाइल की स्क्रीन के कोने में बैठी होती है Cookies बनकर। इसलिए अगली बार जब कोई वेबसाइट आपसे पूछे ‘क्या आप Cookies को इजाजत देना चाहते हैं?’ तो सोच समझकर जवाब दें।

Analytics Insight

दिव्या सिंह : मैं 6 साल के अनुभव के साथ कंटेट राइटर के तौर पर काम कर रही हूं. मेरे अंदर सरल स्वभाव के साथ कुछ अलग करने की चाह है. मैनजमेंट और नेतृत्व क्षमता से भरपूर मुझमें अच्छे कम्युनिकेशन स्किल्स हैं. मेरे अंदर खास यह है कि किसी भी काम को तय समय पर समाप्त कर लेती हूं.

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‘जुकरबर्ग का 77 बिलियन डॉलर Metaverse में फेल’

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