Samsung Display Manufacturing India: भारत में मैन्युफैक्चरिंग को मजबूत करने की दिशा में सैमसंग एक और बड़ा कदम उठाने की तैयारी में है। Smartphone निर्माण के बाद अब कंपनी भारत में ही स्मार्टफोन्स के डिस्प्ले बनाने की तैयारी में है। अगर Samsung इसे धरातल पर उतारने में सफल रहती है तो यह पहल Make in India और ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियान को नई गति दे सकती है।
‘मेड इन इंडिया’ को मिलेगा बढ़ावा! Samsung ने भारत में स्मार्टफोन के बाद डिस्प्ले मैन्युफैक्चरिंग के लिए शुरू किया पहल …
नोएडा फैक्टरी में डिस्पले निर्माण
सूत्रों के अनुसार, उत्तर प्रदेश के नोएडा स्थित Samsung प्लांट में डिस्प्ले मैन्युफैक्चरिंग शुरू करने के लिए कंपनी ने केंद्र सरकार की प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव यानी PLI Scheme के तहत आवेदन किया है। फिलहाल सरकार की मंजूरी का इंतजार किया जा रहा है। मंजूरी मिलने के बाद नोएडा फैक्टरी की भूमिका केवल स्मार्टफोन असेंबली तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि यह हाई वैल्यू कंपोनेंट निर्माण का भी केंद्र बन सकती है।
नोएडा यूनिट का ग्लोबल महत्व
नोएडा में स्थित Samsung की यह यूनिट पहले ही इंटरनेशनल स्तर पर कंपनी की सबसे बड़ी स्मार्टफोन मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी के रूप में पहचान बना चुकी है। बीते कुछ वर्षों में यह प्लांट भारत से स्मार्टफोन्स के निर्यात का प्रमुख केंद्र बनकर उभरा है। अब इसी इंफ्रास्ट्रक्चर का इस्तेमाल डिस्प्ले जैसे एडवांस्ड कंपोनेंट्स के निर्माण के लिए किए जाने की योजना है। पिछले वित्तीय वर्ष में भारत से कंपनी का रेवेन्यू 11 अरब डॉलर से अधिक रहा, जिसमें करीब 42 प्रतिशत हिस्सा एक्सपोर्ट का था। घरेलू बाजार में सैमसंग के कुल रेवेन्यू का लगभग 70 प्रतिशत योगदान स्मार्टफोन से आया है।
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PLI स्कीम के तहत इंसेंटिव
सैमसंग के प्रेसिडेंट और CEO JB Park के मुताबिक, कंपनी Samsung PLI स्कीम के तहत इंसेंटिव की अवधि बढ़ाने को लेकर भी सरकार से बातचीत कर रही है। उनका कहना है कि नए फेज में इंसेंटिव जारी रहने से भारत में मैन्युफैक्चरिंग को और विस्तार देने में मदद मिलेगी।
उत्पादन लक्ष्य और निवेश की संभावनाएं
बता दें कि सरकारी PLI स्कीम के तहत तय किए गए वार्षिक उत्पादन लक्ष्य हासिल करने पर कंपनियों को टैक्स में राहत और वित्तीय प्रोत्साहन दिया जाता है। इसका उद्देश्य भारत को ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग डेस्टिनेशन बनाना है। कंपनी वियतनाम मेंमौजूदा मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स को भारत शिफ्ट करने की कोई योजना नहीं बना रही वो वहीं रहेगी।
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भारत में बढ़ती डिमांड
इसके बावजूद भारत में बढ़ती मांग को देखते हुए Samsung अतिरिक्त निवेश से इंकार नहीं कर रहा है। कंपनी देश में स्मार्टफोन्स के लिए चिपसेट और अन्य महत्वपूर्ण कंपोनेंट्स के लोकल सोर्सिंग पर भी काम कर रही है। इसके लिए भारतीय सप्लायर्स को अंतरराष्ट्रीय क्वालिटी और प्रतिस्पर्धी कीमतों के मानकों पर खरा उतरना होगा।
रेवेन्यू बढ़ाने पर फोकस
कंपनी का लक्ष्य है कि आने वाले दशक में और अन्य डिवाइसेज की हिस्सेदारी को बढ़ाकर कुल रेवेन्यू का लगभग 50 प्रतिशत तक पहुंचाने का है। इसी दिशा में उठाया गया कदम प्रतीत हो रहा है।
