Merriam Webster Word 2025: इंटरनेट पर AI से बनने वाले कंटेंट की बाढ़ अब आम लोगों को परेशान करने लगी है। इसी बदलते मूड को समझते हुए अमेरिका के फेमस डिक्शनरी Merriam-Webster ने 2025 के लिए Slop को Word of the Year चुना है। यह शब्द बताता है कि लोग डिजिटल दुनिया में फैल रहे घटिया और बेकार कंटेंट से ऊब चुके हैं।
इंटरनेट पर AI से तैयार बेकार कंटेंट क्यों बन रहा है लोगों की नाराजगी की वजह? Merriam-Webster ने Slop को 2025 का Word of the Year घोषित कर इस बदलते ट्रेंड को दिखाया है।
क्या है Slop?
पहले slop शब्द का इस्तेमाल खराब या घटिया चीजों के लिए किया जाता था, लेकिन अब इसका मतलब उस AI से बने सस्ते, दोहराए गए और कम क्वालिटी वाले डिजिटल कंटेंट से है, जिसे बहुत कम मानवीय मेहनत के साथ बड़ी संख्या में तैयार किया जाता है। Merriam-Webster के मुताबिक, slop उस चिड़चिड़ाहट और व्यंग्य को दर्शाता है, जो लोग AI कंटेंट को लेकर महसूस कर रहे हैं।
READ MORE: Microsoft के AI चीफ ने बताया AI दिग्गजों की टॉप लिस्ट
लोगों को क्यों पसंद आया यह शब्द
Merriam-Webster का कहना है कि slop शब्द की आवाज और बनावट ही यह एहसास दिलाती है कि यह कुछ ऐसा है जो अनचाहा है, हर तरफ फैल रहा है और जिससे बचना बहुत मुश्किल है। डिक्शनरी के अध्यक्ष ग्रेग बार्लो के अनुसार, यह शब्द AI को लेकर लोगों की मिली-जुली सोच को अच्छी तरह बयान करता है। लोग AI की ताकत और तेजी से प्रभावित तो हैं, लेकिन उसकी जरूरत से ज्यादा मौजूदगी से परेशान भी हैं। कई बार AI के अजीब नतीजे लोगों के लिए मजाक का कारण बन जाते हैं।
READ MORE: आ गया Google का नया AI ब्राउज़र, खूबियां जानकर हिल जाएगा दिमाग
कैसे बनी Slop Economy?
AI टूल्स के तेज विकास ने इस शब्द को और फेमस बना दिया है। Sora और Gemini AI जैसे सिस्टम अब टेक्स्ट, ऑडियो और वीडियो कंटेंट को बहुत आसानी से तैयार कर सकते हैं। आज AI से बनी किताबें, पॉडकास्ट, म्यूजिक और ऐड्स नॉर्मल हो चुके हैं। एक स्टडी के अनुसार, मई में वेब पर आने वाले लगभग 75 प्रतिशत नए कंटेंट में किसी न किसी रूप में AI की मदद ली गई थी। वहीं, आलोचकों का कहना है कि इससे एक नई slop economy पैदा हुई है, जिसमें सिर्फ क्लिक और विज्ञापन कमाने के लिए भारी मात्रा में घटिया कंटेंट इंटरनेट पर डाला जा रहा है। इसका असर कंटेंट की क्वालिटी पर पड़ रहा है और डिजिटल खाई भी बढ़ रही है।
