एलन मस्क के SpaceX पर रंगभेद और बदले की कार्रवाई का आरोप

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एलन मस्क के SpaceX पर रंगभेद और बदले की कार्रवाई का आरोप
July 3, 2025

एक अश्वेत टेक्नीशियन एल’टावियस राइस (L’Tavious Rice) ने SpaceX के खिलाफ एक बड़ा मुकदमा दायर किया है।

SpaceX: एलन मस्क की कंपनी SpaceX एक बार फिर विवादों में आ गई है। इस बार कंपनी पर नस्लीय भेदभाव और गलत तरीके से नौकरी से निकालने का आरोप लगा है। एक अश्वेत टेक्नीशियन एल’टावियस राइस (L’Tavious Rice) ने SpaceX के खिलाफ एक बड़ा मुकदमा दायर किया है। उनका आरोप है कि कंपनी ने उन्हें तब नौकरी से निकाल दिया जब वे अपनी बीमार बेटी की देखभाल के लिए ऑफिस देर से पहुंच रहे थे, जबकि इसी तरह की उपस्थिति संबंधी समस्याओं के बावजूद उनके श्वेत (white) सहयोगियों को कोई सजा नहीं दी गई।

SpaceX पर क्या लगे आरोप

L’Tavious Rice की बेटी को हार्ट ट्रांसप्लांट हुआ था और उसे नियमित निगरानी व अस्पताल में भर्ती रहने की जरूरत थी। उनकी शिकायत के मुताबिक, SpaceX के अधिकारी उनकी बेटी की स्थिति से वाकिफ थे और शुरुआत में उन्हें काम से छुट्टी लेने के लिए प्रोत्साहित भी किया गया था, लेकिन जब उन्होंने कंपनी के एक पूर्व सुपरवाइजर के खिलाफ चल रही जांच में गवाही देने की सहमति दी, तब से उनके खिलाफ माहौल बदलने लगा।

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33 पन्नों की शिकायत

यह मुकदमा पहले लॉस एंजेलेस में दर्ज किया गया था, लेकिन अब इसे फेडरल कोर्ट में स्थानांतरित किया गया है। 33 पन्नों की इस शिकायत में बताया गया है कि कंपनी की ह्यूमन रिसोर्स टीम ने पहले तो उनके समय की छुट्टियों को लेकर समर्थन दिया, लेकिन बाद में उनके विरुद्ध सख्ती बरतने लगी। Rice का आरोप है कि यह सब बदले की भावना से किया गया क्योंकि उन्होंने एक अन्य कर्मचारी के खिलाफ गवाही देने का निर्णय लिया था।

बिना लंच ब्रेक के करवाया गया काम

राइस स्पेसएक्स के हॉथथोर्न (Hawthorne) परिसर में मटेरियल इंस्पेक्टर के रूप में काम करते थे। उनका दावा है कि उनसे बिना लंच ब्रेक दिए लगातार काम कराया गया और प्रदर्शन में कोई कमी न होने के बावजूद नौकरी से निकाल दिया गया। उन्होंने इसे ‘जानबूझकर, बेरुखा और क्रूर फैसला’ बताया।

राइस के वकील स्टेफनी पेरेज ने बताया कि उनकी बेटी का हार्ट ट्रांसप्लांट हुआ है, जिसके लिए लगातार जांच और अस्पताल के चक्कर लगाने होते हैं। इसके बावजूद राइस काम पर आते रहे, यहां तक कि जब उनकी बेटी एक हफ्ते के लिए अस्पताल में भर्ती थी, तब भी उन्होंने अपनी ड्यूटी नहीं छोड़ी।

गोरे लोगों की लेट एंट्री को किया नजरअंदाज

पेरेज ने कहा कि राइस का काम हमेशा तारीफ पाने वाला रहा है और उन्होंने अपने श्वेत सहयोगियों से बेहतर प्रदर्शन किया, लेकिन उनके साथ ज्यादा सख्ती बरती गई। श्वेत कर्मचारियों की लेट एंट्री को कंपनी ने नजरअंदाज किया और टाइम एंट्री में फेरबदल करके उन्हें बचा लिया गया, जबकि राइस के खिलाफ वही नियम सख्ती से लागू किए गए।

2020 में मिली थी नौकरी

राइस ने बताया कि उन्हें फरवरी 2020 में नौकरी मिली थी और उन्होंने अपनी बेटी की बीमारी की जानकारी कंपनी को पहले ही दे दी थी। कंपनी ने उन्हें अपनी उपस्थिति को SpaceX के पोर्टल में लॉग करने को कहा था, जो एक पॉइंट-बेस्ड पेनल्टी सिस्टम पर काम करता है, लेकिन बाद में यही प्वाइंट सिस्टम उनकी नौकरी छीनने का आधार बना।

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2023 में नौकरी से निकाल दिया गया

अगस्त 2023 में राइस को नौकरी से निकाल दिया गया। SpaceX ने उन्हें हटाने की वजह के रूप में उसी पॉइंट सिस्टम का हवाला दिया। यह मामला अब अमेरिकी अदालत में चल रहा है और इससे कंपनी के वर्ककल्चर पर एक बार फिर सवाल उठ खड़े हुए हैं। यह मुकदमा तकनीकी कंपनियों में नस्लीय भेदभाव और कर्मचारियों के अधिकारों पर एक बड़ी बहस को जन्म दे सकता है।

Ragini Sinha

5 साल के अनुभव के साथ मैंने मीडिया जगत में कंटेट राइटर, सीनियर कंटेंट राइटर, मीडिया एनालिस्ट और प्रोग्राम प्रोड्यूसर के तौर पर काम किया है। बिहार चुनाव और दिल्ली चुनाव को मैंने कवर किया है। अपने काम को लेकर मुझे पुरस्कार से सम्मानित भी किया जा चुका है। काम को जल्दी सीखने की कला मुझे औरों से अलग बनाती है।

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