राहुल गांधी ने संसद में पूछा ‘कहां बनता है iphone’?, जानें सबकुछ

7 mins read
794 views
iPhone
February 5, 2025

iPhone के कई मॉडल भारत में बनते हैं, लेकिन राहुल गांधी ने लोकसभा में खड़े होकर कहा कि iPhone मेड इन इंडिया नहीं, बल्कि असेंबल इन इंडिया होता है।

iPhone manufacturing : लोकसभा में सोमवार को राहुल गांधी ने iPhone को लेकर कहा कि हम जो iPhone यूज करते हैं, वो मेड इन इंडिया नहीं बल्कि असेंबल इन इंडिया होता है। ये सारे फोन मेड इन चाइना होते हैं इसलिए सरकार को असेंबलिंग पर नहीं बल्कि मेड इन इंडिया पर ध्यान देना चाहिए। राहुल गांधी के इस बयान पर अब सोशल मीडिया पर चर्चा शुरू हो गयी है। ऐसे में अब सबके मन में यही सवाल उठ रहे हैं कि क्या वाकई iPhone भारत में नहीं बनते?  अगर बनते हैं तो कौन सी कंपनियां इसे बनाती है?  इसके प्लांट कहां लगाए गए हैं? भारत को iPhone से कितना कारोबार मिल रहा है?

अलग-अलग देशों से भारत आता है पार्ट

लोकसभा में राहुल गांधी ने जो iphone को लेकर जो बात कही हैं वह बिल्कुल सही है। भारत में iphone का पूरा end-to-end निर्माण नहीं होता है। बल्कि अलग-अलग देशों से इसके पार्ट्स भारत लाए जाते हैं और फिर उन्हें असेंबल करके फोन बनाए जाते हैं। यानी कि iphone मेड इन इंडिया नहीं होता, बल्कि भारत में असेंबल होता है। बता दें कि अभी तक भारत से पहले Apple का केंद्र चीन ही रहा है। हालांकि, पिछले कुछ समय से यह भारत की ओर शिफ्ट होने लगा है। संभव है कि भविष्य में iphone के पार्ट्स का निर्माण भी भारत में शुरू हो जाए।

भारत के इन कंपनियों में असेंबल होती है iphone

  • फॉक्सकॉन: यह ताइवानी कंपनी तमिलनाडु के श्रीपेरुम्बुदूर में iPhones असेंबल करती है।
  • पेगाट्रोन कॉर्पोरेशन: पेगाट्रोन ने तमिलनाडु के चेन्नई में असेंबली यूनिट स्थापित की है।
  • विस्ट्रोन कॉर्पोरेशन: पहले यह ताइवानी कंपनी थी, लेकिन अब इसे भारत के टाटा समूह ने खरीद लिया है। इसका प्लांट कर्नाटक के बेंगलुरु में स्थित है।

बता दें कि इन कंपनियों के असेंबली प्लांट भारत में मौजूद हैं, जबकि इनकी वास्तविक मैन्युफैक्चरिंग यूनिट चीन में हैं। हालांकि, भारत सरकार की PLI योजना के तहत इन कंपनियों को भारत में मैन्युफैक्चरिंग यूनिट स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।

भारत में कौन-कौन से मॉडल बन रहे

iPhone 12, 13, 14, 15 और 16 लाइनअप के कुछ मॉडल अभी भारत में असेंबल किए जा रहे हैं। हालांकि, इन मॉडल्स का निर्माण पूरी तरह से भारत में नहीं किया जा रहा है। 2024 में आई एक रिपोर्ट में कहा गया था कि Apple iPhone 16 सीरीज का निर्माण पूरी तरह से भारत में करने पर विचार कर रहा है। अगर ऐसा होता है तो यह पहली बार होगा जब iPhone का कोई मॉडल पूरी तरह से भारत में ही बनाया जाएगा। Apple ने यह भी कहा कि भारत में बने iPhone को दुनियाभर में निर्यात किया जाएगा।

कहां बनते हैं iphone के पार्ट्स

  • सेमीकंडक्टर चिप: ताइवान की कंपनी TSMC द्वारा निर्मित।
  • डिस्प्ले: दक्षिण कोरिया में सैमसंग और LG द्वारा निर्मित।
  • मेमोरी चिप: SK Hynix (दक्षिण कोरिया) और Toshiba (जापान) द्वारा निर्मित।
  • कैमरा: जापान की सोनी कंपनी द्वारा निर्मित।
  • अन्य भाग: जर्मनी, अमेरिका, चीन सहित कई देशों से आते हैं।
  • असेंबली सेंटर: सबसे बड़ी असेंबली हब चीन है, जहां फॉक्सकॉन और पेगाट्रॉन आईफोन असेंबल करते हैं

Ragini Sinha

5 साल के अनुभव के साथ मैंने मीडिया जगत में कंटेट राइटर, सीनियर कंटेंट राइटर, मीडिया एनालिस्ट और प्रोग्राम प्रोड्यूसर के तौर पर काम किया है। बिहार चुनाव और दिल्ली चुनाव को मैंने कवर किया है। अपने काम को लेकर मुझे पुरस्कार से सम्मानित भी किया जा चुका है। काम को जल्दी सीखने की कला मुझे औरों से अलग बनाती है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.

OpenAI
Previous Story

भारत दौरे पर सैम ऑल्टमैन, ‘AI क्षेत्र में भारत का ब्राइट फ्यूचर’

YouTube feature
Next Story

YouTube ने पेश किए दो नए फीचर्स, मिलेगा दोगुना फायदा

Latest from Phones

डेटा सुरक्षा मामले में इस Android फोन के सामने iPhone भी है फेल… रिपोर्ट में खुलासा

डेटा सुरक्षा मामले में इस Android फोन के सामने iPhone भी है फेल… रिपोर्ट में खुलासा

डेटा सुरक्षा में मामले में iPhone से भी एक कदम आगे निकला यह Android, नए रिपोर्ट में खुलासा  Google Pixel 10 Pro  अगर आप यह सोच रहे हैं कि आपने ने iPhone खरीद लिए
Xiaomi-की-हुई-इंटरनेशनल-बेइज्जती-फोन-की-सुरक्षा-पर-उठे-सवाल

Xiaomi की हुई इंटरनेशनल बेइज्जती, फोन की सुरक्षा पर उठे सवाल

Xiaomi Security Issue: चीनी स्मार्टफोन कंपनी Xiaomi हाल ही में अंतरराष्ट्रीय चर्चा में आ गई है। दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ने कंपनी के फोन की सुरक्षा पर सवाल उठाए हैं, जिससे Xiaomi की अंतरराष्ट्रीय छवि प्रभावित हुई है। यह घटना APEC सम्मेलन के दौरान हुई है जब चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति को उपहार के तौर पर Xiaomi का फोन दिया है।  Xiaomi की अंतरराष्ट्रीय बेइज्जती! दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ने APEC में फोन की सुरक्षा पर सवाल उठाए, जानिए क्या है बैकडोर और क्यों बढ़ रही है यूजर्स की चिंता।  राष्ट्रपति ली जे म्युंग ने फोन देखते ही मजाक में कहा कि क्या इसकी कम्युनिकेशन लाइन सुरक्षित है। इस पर शी जिनपिंग ने भी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि फोन की जांच की जाए कहीं इसमें बैकडोर तो नहीं है। इस छोटे से मजाक ने ही Xiaomi की अंतरराष्ट्रीय प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाया है।  बैकडोर क्या है?  बैकडोर एक छिपा हुआ तरीका होता है, जिससे मोबाइल या ऐप के सिस्टम तक अनधिकृत पहुंच संभव हो जाती है। इसे फोन या एप्लिकेशन की सुरक्षा को बायपास करने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। कभी–कभी सरकार या एजेंसियां इसे वैध कारणों से इस्तेमाल करती हैं, लेकिन कई बार प्री–इंस्टॉल्ड ऐप्स या ब्लॉटवेयर के जरिए यूजर्स का डेटा चोरी करने में भी इसका गलत इस्तेमाल होता है।  READ MORE: Free में मिल सकता है Nothing Phone (3), जानें कैसे  READ MORE: Apple का धमाका! टॉप 5 की लिस्ट से बाहर हुई ये चाइनीज मोबाइल कंपनियां  चीन के फोन और सुरक्षा चिंता  Xiaomi समेत कई चीनी स्मार्टफोन ब्रांड्स पर हमेशा से डेटा सुरक्षा और बैकडोर को लेकर सवाल उठते रहे हैं। अमेरिका ने इसी वजह से Huawei और ZTE जैसे ब्रांड्स को प्रतिबंधित कर दिया था। इन कंपनियों के फोन और डिवाइस अमेरिका में बैन कर दिए गए हैं। साइबर एक्सपर्ट का कहना है कि चीन के फोन में प्राइवेसी और डेटा सुरक्षा का खतरा हो सकता है, खासकर अगर इसमें बैकडोर मौजूद हो। 

Don't Miss