डोनाल्ड ट्रंप पैसे और राजनीति में माहिर हैं, लेकिन तकनीक के मामले में फेल साबित हो रहे हैं। यहां जानें ट्रंप की तकनीक की समझ पर क्यों सवाल उठ रहे हैं।
Donald Trump Failure In Technology: डोनाल्ड ट्रंप को उनकी बेबाक शैली, विवादास्पद बयानों और सीधे-सपाट बोलने के लिए जाना जाता है, लेकिन हाल ही में कुछ ऐसा हुआ, जिसने ट्रंप को थोड़ी असहज स्थिति में ला दिया है। जब वह Apple की नीतियों पर सवाल उठा रहे थे, उसी समय उनका खुद का iPhone दो बार बज उठा और वह भी ऐसे मौके पर जब सारी नजरें उन्हीं पर थीं। दिलचस्प बात ये रही कि ट्रंप उसे साइलेंट तक नहीं कर पाए। यह नजारा कैमरों में कैद हो गया और इंटरनेट पर चर्चा का विषय बन गया।
iPhone ने बिगाड़ा ट्रंप का मूड
यह घटना तब हुई जब ट्रंप भारत में Apple की ‘मेक इन इंडिया’ पॉलिसी की आलोचना कर रहे थे। वह कह रहे थे कि Apple को अपने प्रोडक्ट अमेरिका में बनाने चाहिए, ताकि देश की अर्थव्यवस्था को फायदा हो। तभी उनका iPhone अचानक बज उठा। उन्होंने कहा कि शायद किसी मंत्री का फोन आ रहा है, लेकिन वह कॉल काट भी नहीं पाए और फोन साइलेंट भी नहीं कर सके। इस दौरा उन्होंने मजाक में कहा, देखिए, Apple की क्वालिटी! और बात को टालने की कोशिश की।
क्या ट्रंप को टेक्नोलॉजी की समझ नहीं?
ये पहला मौका नहीं है जब डोनाल्ड ट्रंप की टेक जानकारी को लेकर सवाल उठे हों। कुछ साल पहले भी उन्होंने Apple के CEO टिम कुक को गलती से ‘टिम Apple’ कह दिया था। उनका यह बयान सोशल मीडिया पर मजाक का विषय बन गया था। इसके अलावा उन्होंने iPhone से होम बटन हटाने पर भी नाराजगी जाहिर की थी। उनका मानना था कि बटन स्वाइप से कहीं ज्यादा आसान और बेहतर होता है।
डिजिटल दुनिया से दूरी
रिपोर्ट्स बताती हैं कि ट्रंप खुद टेक्नोलॉजी से बहुत दूर हैं। 2016 में टेक वेबसाइट ने अपनी एक रिपोर्ट में बताया था कि ट्रंप शायद ही कभी खुद कंप्यूटर इस्तेमाल करते हैं। उनके सोशल मीडिया अकाउंट से किए गए अधिकतर पोस्ट भी वे खुद नहीं लिखते, बल्कि किसी स्टाफ मेंबर से ट्वीट करवाते हैं। 2022 में एक कोर्ट केस के दौरान उनकी वकील ने कोर्ट को बताया था कि ट्रंप ईमेल या टेक्स्ट मैसेज का इस्तेमाल ही नहीं करते। उनके पास घर या ऑफिस में कंप्यूटर नहीं है और वह मोबाइल पर भी खुद से कुछ नहीं टाइप करते।
Apple पर दबाव
ट्रंप ने कई बार Apple पर दबाव बनाया है कि वह अमेरिका में ही iPhone बनाना शुरू करे। उन्होंने यहां तक कहा कि अगर कंपनी ने ऐसा नहीं किया तो 25% तक का टैरिफ लगाया जाएगा। वहीं, Apple धीरे-धीरे भारत जैसे देशों में अपना उत्पादन बढ़ा रहा है, जिससे ट्रंप नाखुश हैं।