Krafton India के खिलाफ FIR दर्ज, डेटा लीक और 2000 प्रति यूजर बेचने का आरोप। जानिए क्या है पूरा मामला और 15 अप्रैल को कोर्ट में क्या होगा फैसला।
BGMI Data Leak: भारत में बेहद पॉपुलर मोबाइल गेम BGMI एक बड़ी मुश्किल में फंस गया है। इस गेम को बनाने वाली कंपनी Krafton India पर गंभीर आरोप लगे हैं, जिनमें यूजर डेटा लीक और कॉन्ट्रैक्ट तोड़ने जैसी बातें शामिल हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, महाराष्ट्र के अकलुज पुलिस स्टेशन में इस मामले को लेकर FIR नंबर 0474/2024 दर्ज की गई है। इस शिकायत में Krafton India और उसके चार सीनियर अधिकारियों पर आरोप है कि उन्होंने यूजर्स का डेटा 2000 प्रति यूजर के हिसाब से बेच दिया।
क्यों है ये मामला बड़ा?
रिपोर्ट के मुताबिक, यह डेटा कथित रूप से तीसरी पार्टी को बिना इजाजत बेचा गया, जो सीधे तौर पर 2021 में हुए एक एग्रीमेंट का उल्लंघन है। BGMI को 100 मिलियन से ज्यादा बार एंड्रॉयड प्लेटफॉर्म पर डाउनलोड किया जा चुका है। ऐसे में अगर आरोप सही साबित होते हैं, तो लाखों-करोड़ों भारतीय यूजर्स की प्राइवेसी और डेटा सिक्योरिटी खतरे में पड़ सकती है।
FIR किन धाराओं के तहत दर्ज की गई?
- 5 सितंबर 2024 को कोर्ट के आदेश के बाद CrPC की धारा 156(3) के तहत FIR दर्ज की गई।
- IPC धारा 120-B: आपराधिक साजिश
- IPC धारा 420: धोखाधड़ी
- आईटी एक्ट 2000 की धारा 72, 72A और 85: गोपनीयता और व्यक्तिगत डेटा का अनुचित खुलासा
Krafton की सफाई
BGMI विवाद में अब Krafton India ने अपना पक्ष सामने रखा है। कंपनी ने बॉम्बे हाई कोर्ट में दो रिट याचिकाएं (नंबर 4806 और 5342/2024) दायर कर FIR को चुनौती दी है। कंपनी की तरफ से पेश वरिष्ठ वकीलों ने कोर्ट में कहा कि FIR दर्ज करने की प्रक्रिया में कई खामियां हैं और यह पूरी कार्रवाई सवालों के घेरे में है। बॉम्बे हाई कोर्ट के जस्टिस सारंग वी. कोटवाल और डॉ. नीला गोखले ने दोनों याचिकाओं को एक साथ जोड़ते हुए सभी संबंधित पक्षों को नोटिस भेज दिया है। इस मामले की अगली सुनवाई 15 अप्रैल 2025 को होगी।
क्यों है यह मामला इतना बड़ा?
Krafton ने भारत के गेमिंग मार्केट में भारी निवेश किया है और BGMI को एक लॉन्ग-टर्म प्लेयर के तौर पेश किया, लेकिन डेटा लीक जैसे गंभीर आरोपों से कंपनी की साख को बड़ा झटका लग सकता है। साथ ही, ये विवाद भारत में डिजिटल प्राइवेसी और डेटा प्रोटेक्शन को लेकर एक बार फिर चर्चा का मुद्दा बन गया है।