AI की ताकत को Quick Heal ने भी माना है। इस कंपनी ने साइबर फ्रॉड से निपटने के लिए एंटी-फ्रॉड AI सॉल्यूशन लॉन्च किया है।
Quick Heal Antivirus: देश में AI काफी पॉपुलर हो रहा है। ऐसे में भारत की मल्टीनेशनल साइबर सिक्योरिटी कंपनी Quick Heal भी अब AI की मदद से साइबर फ्रॉड से निपटने के लिए तैयार है। Antivirus सॉफ्टवेयर बनाने के लिए मशहूर यह कंपनी देश में फोन कॉल के जरिए होने वाली धोखाधड़ी को रोकने के लिए AI का यूज करेगी। बता दें कि आए दिन क्रिमिनल्स लोगों के साथ ठगी कर रहे हैं और उन्हें अपने झूठे वादों के जाल में फंसाकर उनसे पैसे ऐंठ रहे हैं। ऐसे में Quick Heal का इसके खिलाफ ये कदम साइबर सिक्योरिटी को मजबूत करने की तरफ हो सकता है।
क्या है एंटी-फ्रॉड AI समाधान
पुणे स्थित साइबर सुरक्षा फर्म ने अक्टूबर में एंटी-फ्रॉड AI समाधान लॉन्च किया। यह संदिग्ध गतिविधि का पता लगा सकता है और लोगों को सचेत कर सकता है। यह स्कैम अटैचमेंट और कॉल से बचाने में मदद करता है। इसके अलावा यह आपकी प्राइवेसी का भी ख्याल रखता है।
टेलीकॉम कंपनियों का AI स्पैम प्रोटेक्शन
भारती एयरटेल, वोडाफोन आइडिया और BSNL ने स्पैम कॉल से निपटने के लिए AI आधारित स्पैम सुरक्षा सेवाएं शुरू की हैं। उनका उद्देश्य मोबाइल यूजर को बेहतर और सुरक्षित अनुभव प्रदान करना है। इस मामले में Quick Heal के CEO विशाल साल्वी ने कहा कि उनकी कंपनी लोकल पार्टनर्स के साथ अपनी AI सेवा का टेस्ट करना चाहती है।
उन्होंने आगे कहा कि हमें लोकल प्रोवाइडर्स के साथ टाई-अप करना होगा। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हम फ्रॉड कॉल की पहचान करने में सक्षम हों और यह पहचान सकें कि आपके फोन या कंप्यूटर पर क्या हो रहा है। यह बात हर क्षेत्र के लिए अलग-अलग है। Quick Heal के एंटी-फ्रॉड AI ने न केवल भारत में, बल्कि दुनिया भर में एक नई कैटेगरी बनाई है।
साइबर सिक्योरिटी में क्या है भारत का रोल
भारत न केवल अपनी जरूरतें पूरी कर रहा है, बल्कि साइबर सुरक्षा टैलेंट के लिए एक बैक ऑफिस भी बना रहा है। यही कारण है कि देश में साइबर सुरक्षा प्रोडक्ट इंजीनियरिंग फर्म हैं, जिनका इंजीनियरिंग सेटअप भारत में है। टेक्नोलॉजी तक पहुंच के साथ-साथ टैलेंट तक पहुंच के मामले में भारत किसी से पीछे नहीं है।