इसका असर Bitcoin पर साफ दिखा, जो बुधवार को 94,617 डॉलर पर पहुंच गया, जो 3 मार्च के बाद का उच्चतम स्तर है
Bitcoin Price: डोनाल्ड ट्रंप के हालिया नरम रुख से ग्लोबल मार्केट में खलबली मच गई है। इसका सीधा असर Bitcoin की कीमत पर भी दिखा। ट्रंप ने फेडरल रिजर्व चेयरमैन जेरोम पॉवेल और चीन पर अपनी तीखी टिप्पणियों से फिलहाल कदम पीछे खींच लिए हैं। इस बदलाव से डॉलर कमजोर हुआ, जिससे निवेशकों ने Crypto की ओर रुख किया। Bitcoin की कीमत $94,617 तक पहुंच गई, जो 3 मार्च के बाद का सबसे ऊंचा स्तर है। इसकी एक बड़ी वजह बिटकॉइन ETFs में आया जबरदस्त निवेश है। मंगलवार को ही इन फंड्स में $936.43 मिलियन का इनफ्लो हुआ – जो इस साल 17 जनवरी के बाद का सबसे बड़ा निवेश है।
Bitcoin की तेजी के पीछे 5 बड़े कारण
- ट्रंप ने नरम रुख अपनाया: ट्रंप ने फेड और चीन पर अपनी आक्रामक टिप्पणियों को कम किया, जिससे डॉलर कमजोर हुआ और crypto को बढ़ावा मिला।
- ETF में बड़ा प्रवाह: Bitcoinसे जुड़े ETF में मंगलवार को $936.43 मिलियन का प्रवाह देखा गया, जो 17 जनवरी के बाद से सबसे बड़ा दैनिक प्रवाह है।
- शॉर्ट सेलर्स का बड़े पैमाने पर बंद होना: पिछले 24 घंटों में $300 मिलियन से अधिक मूल्य के शॉर्ट पोजीशन को बंद करना पड़ा, जिससे कीमत बढ़ गई।
- डॉलर में उतार-चढ़ाव: अमेरिकी डॉलर में उतार-चढ़ाव के बीच Bitcoinसे को ‘डिजिटल सुरक्षित आश्रय’ के रूप में देखा जा रहा है
- स्पॉट मांग में सुधार: CryptoQuant के अनुसार, स्पॉट मांग में गिरावट धीमी हो गई है, जिससे कीमतों पर दबाव कम हो गया है।
$95,000 पर मिल सकता है ब्रेक
21Shares के रिसर्च हेड Matt Mena का मानना है कि इस तेज रफ्तार के बाद $95,000 के आसपास थोड़ी सुस्ती आ सकती है। हालांकि, उनका कहना है कि लॉन्ग टर्म के नजरिए से ट्रेंड अब भी मजबूत और बुलिश है।
डॉलर की कमजोरी बनी ताकत
Crypto एक्सपर्ट Joel Kruger का कहना है कि मौजूदा समय में Bitcoin को अमेरिकी डॉलर की गिरती स्थिति और ग्लोबल आर्थिक अनिश्चितता के बीच एक भरोसेमंद विकल्प के रूप में देखा जा रहा है। Julio Moreno के अनुसार, अगर Bitcoin की यह तेजी टिकाऊ बनानी है तो डिमांड में वही तेजी दिखनी चाहिए जैसी 2024 के आखिरी महीनों में देखी गई थी।