AI की वजह से अब बैंकों में भी छंटनी का दौर शुरू होने वाला है। यह छंटनी सिंगापुर के सबसे बड़े बैंक DBS में होने वाली है। बैंक अगले तीन सालों में करीब 4,000 नौकरियां खत्म करने की योजना बना रहा है।
Bank Employees: सिंगापुर का सबसे बड़ा बैंक DBS कर्मचारियों के लिए बुरी खबर है। दरअसल, बैंक अगले तीन सालों में अपने कर्मचारियों की छटनी कर सकता है। बैंक करीब 4,000 की कटौती करने की प्लानिंग बना रहा है। यह फैसला बैंक द्वारा AI टेक्नोलॉजी को अपनाने के कारण लिया गया है, क्योंकि AI उन कार्यों को संभालने में कैपेबल है, जो पहले इंसानों द्वारा किए जाते थे। यह कटौती मुख्य रूप से अस्थायी और कॉन्ट्रैक्ट बेस्ड कर्मचारियों को इफेक्ट करेगी। हालांकि, परमानेंट कर्मचारियों की नौकरियों पर इसका कोई असर नहीं पड़ेगा। यह छंटनी नई भर्तियों को रोककर और प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद कर्मचारियों के नेचुरल रूप से बाहर निकलने से की जाएगी।
क्यों लिया गया यह फैसला
DBS के सीईओ पीयूष गुप्ता ने इस मामले को लेकर कहा कि बैंक आने वाले सालों में AI से जुड़ी करीब 1,000 नई नौकरियां भी निकाल सकता है। यह ऐलान DBS के लिए इम्पोर्टें है, क्योंकि यह AI के इम्पैक्ट को समझने वाला पहला प्रमुख बैंक है। हालांकि, बैंक ने यह साफ नहीं किया है कि सिंगापुर में कितनी नौकरियां प्रभावित होंगी।
DBS प्रवक्ता ने छंटनी को लेकर कहा कि अगले तीन सालों में हम उम्मीद करते हैं कि AI के कारण हमारे 19 बाजारों में काम कर रहे करीब 4,000 टेंपरेरी और कॉन्ट्रैक्ट कर्मचारियों को बाहर का रास्त दिखाया जाएगा, क्योंकि वह स्पेसिफिक प्रोजेक्ट पर कार्यरत हैं। इसलिए, हमारा मानना है कि आने वाले सालों में इन टेंपरेरी और कॉन्ट्रैक्ट भूमिकाओं को भरने के साथ ही कर्मचारियों की संख्या में यह कमी स्वाभाविक होगी।
अभी कैसी है वर्कफोर्स की स्थिती
DBS बैंक में अभी 8,000 से 9,000 टेंपरेरी और कॉन्ट्रैक्ट कर्मचारी काम कर रहे हैं, जबकि कुल वर्कर लगभग 41,000 है। पिछले साल CEO ने खुलासा किया था कि बैंक पिछले एक दशक से AI टेक्नोलॉजी में इन्वेस्ट कर रहा है। उन्होंने कहा था हमने अब तक 800 से अधिक AI मॉडल विकसित किए हैं, जिन्हें 350 अलग-अलग उपयोग मामलों में लागू किया जा रहा है। हमें उम्मीद है कि 2025 तक उनका आर्थिक प्रभाव लगभग 745 मिलियन या 592 मिलियन को पार कर जाएगा।
एआई को लेकर वैश्विक चिंताएं
पीयूष गुप्ता के मार्च में पद छोड़ने के बाद मौजूदा डिप्टी सीईओ टैन सु शान उनकी जगह लेंगे। इस बीच, दुनिया भर में AI के बढ़ते प्रभाव को लेकर चर्चा हो रही है। वहीं, IMF ने भी चेतावनी दी है कि AI दुनिया भर में करीब 40% नौकरियों को अफेक्टिड कर सकता है। IMF की प्रबंध निदेशक क्रिस्टालिना जॉर्जीवा ने कहा कि ज्यादातर मामलों में AI से आर्थिक असमानता बढ़ने की संभावना है।