डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण के साथ ही एलन मस्क एलन मस्क की दुनिया पर कब्जा करने की तैयारी कर रहे हैं।
Elon Musk vs AI: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ने पिछले कुछ सालों में दुनिया पर जोर पकड़ा है। इस पर लगातार नए इनोवेशन किए जा रहे हैं। वहीं, एलन मस्क के लिए भी अच्छी खबर है। दरअसल, डोनाल्ड ट्रंप एक बार फिर 20 जनवरी को राष्ट्रपति के पद के लिए शपथ लेने जा रहे हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि ट्रंप के शपथ लेते ही एलन मस्क के हाथ खुल हो जाएंगे। वहीं, मस्क AI की दुनिया पर कब्जा कर सकते हैं। आइए विस्तार से जानते हैं पूरी कहानी।
बड़े-बड़े दिग्गज शामिल करें ट्रंप
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में बड़े-बड़े खिलाड़ी अपने-अपने तरीके से काम कर रहे हैं। ऐसे में एलन मस्क भी इसमें अपना हाथ आजमा रहे हैं। कहा जा रहा है कि ट्रंप शपथ लेते ही वह AI की दुनिया पर कब्जा करने की तैयारी कर रहे हैं। ट्रंप व्हाइट हाउस में बिजनेस जगत के टॉप सलाहकारों को शामिल करेंगे, जिनमें एलन मस्क और विवेक रामास्वामी जैसे दिग्गज भी शामिल हो सकते हैं। यही वजह है कि वह AI और क्रिप्टोकरेंसी पर कब्जा कर सकते हैं।
ट्रंप और एलन मस्क की दोस्ती
एलन मस्क और ट्रंप की दोस्ती को लेकर कई बातें हो रही हैं। वहीं, कुछ एक्सपर्ट का मानना है कि ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद अमेरिका में AI के कानूनों में बदलाव हो सकते हैं। इसके बारे में मस्क ने पहले भी चेतावनी दी थी कि AI का विकास मानवता के लिए खतरा बन सकता है, इसलिए वे चाहेंगे कि इस तकनीक के विकास के दौरान सुरक्षा और सावधानी बरती जाए। बता दें कि फिलहाल, अमेरिका में AI के लिए कोई कानून नहीं है। यूरोपीय संघ ने पहले ही AI के लिए एक सख्त नियम और कानून तैयार कर लिया है।
क्या है कानून के खिलाफ चिंता
यूरोपीय संघ के इस कानून को AI एक्ट कहा गया है। हालांकि, इस कानून को अभी पूरी तरह से लागू नहीं किया गया है। वहीं, अमेरिकी कंपनियां इस नए कानून के खिलाफ चिंता जता रही हैं। वहीं, ट्रंप प्रशासन में जब बदलाव होगा, तो इन नियमों में भी बदलाव हो सकता है। इसके अलावा ट्रंप प्रशासन का यूरोपीय संघ के नियमों पर भी काफी असर पड़ सकता है। खास तौर पर अगर वह अमेरिकी कंपनियों को फायदा पहुंचाने के लिए कुछ कदम उठाता है। ऐसे में मस्क को AI के क्षेत्र में अपनी योजनाओं को आगे बढ़ाने का बड़ा मौका मिल सकता है।