स्वीडिश ऐप Truecaller की शुरुआत Alan Mamedi और Nami Zarringhalam ने साल 2009 में की थी। अब वे डेली ऑपरेशन से हटने जा रहे हैं और जनवरी तक अपना पद छोड़ देंगे।
Truecaller : आयकर विभाग ने Truecaller के दफ्तर और इससे जुड़े कैंपस में छापेमारी की है। Truecaller पर ट्रांसफर प्राइसिंग नियमों के उल्लंघन का आरोप है। इस मामले में आयकर एजेंसियां जांच कर रही है। बता दें कि स्वीडन बेस्ड Truecaller भारत समेत कई देशों में काफी पॉपुलर है। यह ऐप आपको उन कॉल करने वालों के नाम बताता है, जिनके नंबर आपके फोन में सेव नहीं हैं। Truecaller App की मदद से आप खुद को स्पैम और स्कैम से भी बचा सकते हैं।
स्पैम कॉल से बचाता है Truecaller
आपको बता दें कि इस ऐप पर कुछ नंबर को स्पैम के तौर पर रिपोर्ट करने का भी ऑप्शन होता है। ऐसे में अगर एक ही नंबर को कई लोग स्पैम के तौर पर रिपोर्ट करते हैं, तो ऐप उसे भी स्पैम मान लेता है। इसके बाद जब भी उस नंबर से किसी को कॉल किया जाता है तो Truecaller उसे स्पैम नंबर बता देता है। ऐसे में लोग खुद को स्पैम और फर्जी कॉल से बचा सकते हैं।
Truecaller स्विडन बेस्ड कंपनी
स्वीडिश ऐप Truecaller की शुरुआत Alan Mamedi और Nami Zarringhalam ने साल 2009 में की थी। अब वे डेली ऑपरेशन से हटने जा रहे हैं और जनवरी तक अपना पद छोड़ देंगे। अब उनकी जगह ऋषित झुनझुनवाला लेंगे। आपको बता दें कि ऋषित झुनझुनवाला पहले से ही Truecaller ऐप में प्रोडक्ट चीफ के तौर पर काम कर रहे हैं।