मार्क जुकरबर्ग ने इस हफ्ते घोषणा की है कि Meta का फैक्ट-चेकिंग प्रोग्राम बंद कर दिया जाएगा। उनके इस फैसले से कई यूजर नाराज हैं।
Meta Fact Checking Program: मार्क जुकरबर्ग ने हाल ही में घोषणा की थी कि उनकी कंपनी Meta फैक्ट चेकिंग प्रोग्राम को बंद कर रही है। जुकरबर्ग के इस फैसले क जमकर विरोध हो रहा है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ट्रांसपेरेंसी के हिमायती लोग Meta के इस कदम की काफी आलोचना कर रहे हैं। इसके अलावा यूजर्स भी जुकरबर्ग के इस फैसले से खुश नहीं हैं। जुकरबर्ग के इस ऐलान के बाद लोग Facebook-Instagram से फोटो और अकाउंट आदि डिलीट करने के तरीके तलाश रहे हैं।
Meta क्यों बंद कर रहा है फैक्ट-चेकिंग प्रोग्राम
इस फैसले की घोषणा करते हुए जुकरबर्ग ने कहा था कि फैक्ट-चेकर्स राजनीतिक रूप से पक्षपाती हो गए हैं और उन्होंने भरोसा हासिल करने की बजाय खो दिया है। Meta फैक्ट-चेकिंग की जगह X जैसे कम्युनिटी नोट्स लाने की तैयारी कर रहा है, जिसकी शुरुआत अमेरिका से होगी। जुकरबर्ग ने कहा कि यह कदम फ्री स्पीच को बहाल करने के लिए उठाया जा रहा है।
यूजर्स को सता रहा इसका डर
Meta के इस कदम के बाद यूजर्स के बीच इन प्लेटफॉर्म की विश्वसनीयता और सुरक्षा को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं। कुछ यूजर्स ने Meta प्लेटफॉर्म्स के विकल्प तलाशने शुरू कर दिए हैं, जबकि कुछ अपने Facebook और Instagram जैसे प्लेटफॉर्म अकाउंट को डिलीट कर रहे हैं। ऐसे में उन्हें डर है कि फैक्ट चेकिंग प्रोग्राम बंद करने से Meta प्लेटफॉर्म पर गलत और भ्रामक जानकारियां बढ़ेंगी।
लोग सर्च कर रहे ये चीजें
Mark Zuckerberg बता दें कि जुकरबर्ग के इस ऐलान के बाद लोगों ने Google पर Facebook और इंस्टाग्राम डिलीट करने के तरीके सर्च करना शुरू कर दिया है। Google Trends पर ‘Facebook को हमेशा के लिए कैसे डिलीट करें’ सर्च टर्म का स्कोर करीब 100 तक पहुंच गया है। इसके अलावा बड़ी संख्या में लोग Google पर Facebook से सभी फोटो डिलीट करने के तरीके, Facebook के विकल्प, Facebook छोड़ने, थ्रेड अकाउंट डिलीट करने और बिना लॉग इन किए Instagram अकाउंट डिलीट करने जैसे तरीके भी सर्च कर रहे हैं। हाल ही के दिनों में इन सर्च में 5,000 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी देखी गई है।