YouTube Screen Time Limits: YouTube दुनिया के सबसे ज्यादा इस्तेमाल किए जाने वाले ऐप्स में से एक है, खासकर बच्चों और किशोरों के बीच। बहुत सारे युवा वीडियो देखने, अपने पसंदीदा क्रिएटर्स को फॉलो करने या खाली समय बिताने के लिए सीधे YouTube पर आते हैं, लेकिन YouTube के CEO नील मोहन का मानना है कि बच्चों को स्क्रीन पर पूरी स्वतंत्रता देना सही नहीं है।
YouTube के CEO Neal Mohan का मानना है कि बच्चों के लिए स्क्रीन टाइम पर संतुलन जरूरी है। माता-पिता को समय सीमित करके डिजिटल स्वास्थ्य पर ध्यान देना चाहिए।
अपने बच्चों पर खुद लागू करते हैं नियम
नील मोहन ने बताया कि वे अपने घर में बच्चों के स्क्रीन टाइम को कैसे नियंत्रित करते हैं। मोहन और उनकी पत्नी अपने बच्चों के लिए YouTube और अन्य सोशल मीडिया पर समय की स्पष्ट सीमाएं तय करते हैं। वे बताते हैं कि नियम दिन के हिसाब से अलग होते हैं। वीकडेज में स्क्रीन टाइम काफी नियंत्रित रहता है, जबकि वीकेंड्स में थोड़ी छूट दी जाती है। मोहन स्वीकारते हैं कि हमेशा पूरी तरह पालन करना आसान नहीं होता, लेकिन मुख्य बात यही है कि संतुलन बनाए रखना जरूरी है। उनका मानना है कि मॉडरेशन यानी संतुलित इस्तेमाल ही बच्चों के लिए सही है।
विशेषज्ञों और सरकार की राय
NYU के प्रोफेसर और किताब The Anxious Generation के लेखक Jonathan Haidt कहते हैं कि बच्चों को 14 साल से पहले स्मार्टफोन नहीं मिलना चाहिए और सोशल मीडिया का इस्तेमाल 16 साल तक टालना चाहिए। उनका कहना है कि स्मार्टफोन केवल बातचीत का माध्यम नहीं हैं, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य और विकास पर भी असर डाल सकते हैं।
ऑस्ट्रेलिया ने हाल ही में 16 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए प्रमुख सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर रोक लगा दी। हालांकि, इस फैसले को जनता का समर्थन मिला, इसे लागू करना आसान नहीं रहा।
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बड़े टेक लीडर्स भी सीमाएं रखते हैं
नील मोहन कहते हैं कि YouTube के हेड होने के नाते उन्हें युवा यूज़र्स की सुरक्षा और भलाई की जिम्मेदारी महसूस होती है। उनका मानना है कि टेक कंपनियों को माता-पिता को बेहतर टूल्स देने चाहिए, ताकि वे बच्चों के देखने और ऑनलाइन रहने का समय नियंत्रित कर सकें। यही सोच YouTube Kids के पीछे थी।
मोहन अकेले नहीं हैं। पूर्व YouTube CEO ने भी अपने बच्चों को केवल YouTube Kids इस्तेमाल करने दिया। Microsoft के सह-संस्थापक Bill Gates ने अपने बच्चों को स्मार्टफोन केवल किशोरावस्था में दिया। बिजनेसमैन Mark Cuban अपने बच्चों की ऐप उपयोग पर नजर रखते थे और जरूरत पड़ने पर एक्सेस बंद कर देते थे।
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स्क्रीन टाइम पर संतुलन ही सही रास्ता
बड़े टेक प्लेटफॉर्म्स बनाने वाले लोग भी अपने बच्चों को असीमित स्क्रीन समय नहीं देते। यही माता-पिता के लिए संकेत है कि घर में स्क्रीन टाइम पर ध्यान देना और सीमाएँ तय करना जरूरी है। संतुलित इस्तेमाल ही बच्चों की डिजिटल दुनिया में सुरक्षा और स्वास्थ्य बनाए रखने का सबसे अच्छा तरीका है।
