VI Number Rakshak पहल का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी व्यक्ति अलग-थलग महसूस न करें, खासकर बुजुर्ग और बच्चे जिनके पास मोबाइल फोन या डिजिटल डिवाइस नहीं है।
Mahakumbh 2025: महाकुंभ मेले में अपने परिवार से बिछड़ने वालों के लिए Vi ने ‘Vi Number Rakshak’ की घोषणा की है। इसका उद्देश्य मेले में गूम होने वालों को उनके परिवार से मिलाना है। मेले में लाखों लोगों के बीच अपने प्रियजनों को ढूंढना काफी मुश्किल और चुनौती भरा है, जिसे Vi ने समझा है। Vi के इस पहल का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी व्यक्ति खुद को अलग-थलग महसूस न करें। खासकर बुजुर्ग और बच्चे, जिनके पास मोबाइल फोन या कॉन्टैक्ट करने की कोई सुविधा नहीं है।
2013 में करीब 70,000 लोग थे लापता
कुंभ मेले के पहले दिन की शुरुआती रिपोर्ट में पता चला है कि 250 से अधिक लोग लापता हैं। जबकि 2013 के कुंभ मेले में करीब 70,000 लोग लापता बताए गए थे। इसे देखते हुए Vi ने यह सुविधा शुरू करने का फैसला किया है।
किनके लिए शुरू हुई ये पहल
‘Vi Number Rakshak’ पहल की खास बात यह है कि स्वामी रामानंद आचार्य शिविर अखाड़े के पास एक समर्पित बूथ बनाया गया है। यहां पवित्र रुद्राक्ष और तुलसी की माला से बने ‘मनका’ मोतियों पर आपातकालीन संपर्क नंबर उकेरे गए हैं। इससे तीर्थयात्रियों को मोबाइल या इंटरनेट एक्सेस पर निर्भर हुए बिना अपने प्रियजनों से फिर से जुड़ने में हेल्प मिलती है। यह पहल विशेष रूप से उन लोगों की हेल्प करती है जो डिजिटल डिवाइस से परिचित नहीं हैं।
सीमलेस कनेक्टिविटी के लिए नेटवर्क के बेहतर इंतजाम
Vi ने त्रिवेणी संगम और आस-पास के इलाकों में अपने नेटवर्क इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ाया है। कंपनी ने 30 नए नेटवर्क साइट को जोड़े हैं। इसने आवश्यक स्थानों को कवर करने के लिए करीब 40 मैक्रो और हाई-पावर्ड स्मॉल-सेल भी तैनात किए हैं।
बैकहॉल कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने के लिए 32 किलोमीटर फाइबर बिछाया गया है। यह अत्यधिक भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में भी स्पष्ट वॉयस कॉल, सुचारू वीडियो स्ट्रीमिंग और हाई-स्पीड डेटा ट्रांसफर सुनिश्चित करता है। अपग्रेड को इवेंट के दौरान Vi यूजर्स के लिए सीमलेस कनेक्टिविटी प्रदान करने के लिए डिजाइन किया गया है।