लाखों UPI यूजर्स के लिए एक जरूरी खबर है। दरअसल, UPI का एक खास फीचर जल्द ही बंद किया जा रहा है।
UPI collect payment : UPI के एक खास फीचर को धीरे-धीरे बंद किया जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, NPCI अब ‘कलेक्ट पेमेंट्स’ फीचर को सिर्फ बड़े और वेरिफाइड मर्चेंट्स के लिए ही उपलब्ध कराने की योजना बना रही है।
क्या है ‘कलेक्ट पेमेंट्स‘ फीचर?
‘कलेक्ट पेमेंट्स’ को पुल ट्रांजैक्शन भी कहा जाता है। इसकी मदद से पैसे मांगने वाला व्यक्ति या कंपनी UPI के जरिए पेमेंट रिक्वेस्ट भेज सकता है, फिर पैसे भेजने वाला अपने UPI ऐप पर जाकर इस रिक्वेस्ट को अप्रूव करता है, जिसके बाद पेमेंट पूरा हो जाता है। मान लीजिए अगर आप ऑनलाइन शॉपिंग कर रहे हैं और UPI कलेक्ट का ऑप्शन चुनते हैं, तो आपको अपने UPI ऐप पर एक नोटिफिकेशन मिलता है। यहां आपको ट्रांजैक्शन को अप्रूव देनी होती है, जिसके बाद पेमेंट सक्सेस हो जाता है। बता दें कि अब यह सुविधा केवल बड़े व्यापारियों और वेरिफाइड मर्चेंट्स के लिए सीमित की जा सकती है।
UPI से पेमेंट करना होगा और भी सुरक्षित
NPCI अब QR कोड और पुश पेमेंट को ज्यादा बढ़ावा देना चाहता है। QR कोड स्कैन करके पेमेंट करना या सीधे पैसे भेजना न केवल सुरक्षित है, बल्कि यह तेज और आसान भी है। NPCI का मानना है कि इस बदलाव से UPI फ्रॉड की घटनाओं को कम करने में मदद मिलेगी और लोग ज्यादा सुरक्षित तरीके से पेमेंट कर सकेंगे।
कलेक्ट पेमेंट्स फीचर पूरी तरह नहीं होगा बंद
हालांकि, कलेक्ट पेमेंट्स फीचर को पूरी तरह बंद नहीं किया जाएगा। इसे केवल बड़े और वेरिफाइड मर्चेंट्स के लिए उपलब्ध रखा जाएगा। इसके अलावा, अगर कोई पर्सन-टू-पर्सन पेमेंट करना चाहता है, तो कलेक्ट पेमेंट की लिमिट 2,000 रुपये तक सीमित की जा सकती है।
छोटे व्यापारी जो अब तक कलेक्ट पेमेंट्स पर निर्भर थे, उन्हें शुरुआत में थोड़ी परेशानी हो सकती है, लेकिन वे आसानी से QR कोड पेमेंट सिस्टम अपनाकर इस बदलाव के साथ एडजस्ट कर सकते हैं। इससे न केवल उनका कारोबार सुरक्षित रहेगा, बल्कि कस्टमर को भी बेहतर पेमेंट एक्सपीरियंस मिलेगा।