Meta को EU से बड़ी चेतावनी मिली है। Pay-or-Consent मॉडल नहीं सुधरा तो रोजाना भरना पड़ेगा भारी जुर्माना
Meta: यूरोपीय यूनियन (EU) की प्रतियोगिता आयोग ने Meta Platforms को सख्त चेतावनी दी है कि अगर उसने अपने ‘Pay-or-Consent’ मॉडल में प्रस्तावित सीमित बदलावों के जरिए अप्रैल में दिए गए एंटी-ट्रस्ट ऑर्डर का पालन नहीं किया, तो उसे हर दिन जुर्माना भरना पड़ सकता है। यह चेतावनी शुक्रवार को यूरोपीय आयोग की ओर से जारी की गई।
पहले भी लग चुका है भारी जुर्माना
यह चेतावनी ऐसे समय आई है जब दो महीने पहले EU ने Meta पर डिजिटल मार्केट्स एक्ट (DMA) के उल्लंघन के लिए 200 मिलियन यूरो लगभग 234 मिलियन डॉलर का जुर्माना लगाया था। DMA का मकसद बड़ी टेक कंपनियों की ताकत को कंट्रोल करना है।
क्या है Pay-or-Consent मॉडल?
Meta ने नवंबर 2023 में Facebook और Instagram यूजर्स के लिए एक मॉडल पेश किया था, जिसमें यूजर्स को दो विकल्प दिए गए।
- यदि व ट्रैकिंग की अनुमति देते हैं, तो उन्हें फ्री में सर्विस मिलती है जो विज्ञापनों से फंड होती है।
- यदि वे ट्रैकिंग नहीं चाहते, तो उन्हें ऐड-फ्री सेवा के लिए पैसे देने होते हैं।
EU आयोग का कहना है कि यह मॉडल नवंबर 2024 तक DMA के नियमों का उल्लंघन करता रहा। हालांकि, Meta ने उस समय कुछ बदलाव कर दिए थे, जिससे कम पर्सनल डेटा का उपयोग हो रहा था। लेकिन अब भी ये बदलाव EU को पर्याप्त नहीं लग रहे।
जुर्माने का खतरा
आयोग ने कहा कि Meta ने जो छोटे-मोटे बदलाव किए हैं, वे शायद DMA के अनुपालन के लिए पर्याप्त नहीं हैं। अगर Meta लगातार नियमों का उल्लंघन करता है, तो 27 जून से इसे हर दिन जुर्माना देना पड़ सकता है। इस तरह का जुर्माना कंपनी की ऐवरेज डेली ग्लोबल रिवन्यू का 5% तक हो सकता है, जो कि अरबों डॉलर तक पहुंच सकता है।
Meta की प्रतिक्रिया
फिलहाल Meta की ओर से इस चेतावनी पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन यह मामला अब EU में बड़ी टेक कंपनियों की गतिविधियों पर बढ़ती निगरानी और जवाबदेही की एक मिसाल बनता जा रहा है। EU का यह कदम दिखाता है कि वो टेक कंपनियों के यूजर डेटा के इस्तेमाल को लेकर किसी भी तरह की ढिलाई नहीं बरतने वाला है।